Loading election data...

पार्क में लगा अमेरिकन घास सूखा,निगम लापरवाह

नगर निगम कार्यालय परिसर के पार्क में लाखों रुपये खर्च कर लगाया गया अमेरिकन घास देखरेख केअभाव में सूख गया.

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 1:53 PM

दो लाख की लगात से पार्क में लगाया गया था घास

फोटो 17 डालपीएच- 7 कैप्सन : पार्क में सूखा पड़ा घास

प्रतिनिधि, मेदिनीनगर.

नगर निगम कार्यालय परिसर के पार्क में लाखों रुपये खर्च कर लगाया गया अमेरिकन घास देखरेख के

अभाव में सूख गया. करीब दो माह पहले पार्क की सुंदरीकरण के दौरान यह घास लगाया गया था. इस पर निगम प्रशासन ने करीब दो लाख से अधिक राशि खर्च किया है. पार्क में लगे घास को नियमित पानी नहीं दिया गया. इस कारण घास की यह स्थिति हो गयी है. शहर को सजाने, संवारने व आवश्यक बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने का दावा करने वाली निगम प्रशासन की पोल खुल गयी. कार्यालय परिसर के पार्क में लगे घास को समय पर पानी नहीं दिया जाना निगम प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है. निगम प्रशासन के द्वारा शहर के अन्य जगहों पर लाखों रुपये खर्च कर पार्क का निर्माण किया गया है. लेकिन उचित देखरेख के अभाव में पार्क का अस्तित्व ही समाप्त होने की स्थिति में है. बेलवाटिका स्थित पंपूकल के समीप, अघोर आश्रम रोड सुदना,बीएन कालेज मैदान, हमीदगंज कोयल नदी किनारे सहित कई जगहों पर पार्क निर्माण के नाम पर लाखों रुपये खर्च किये गये. लेकिन इसका उचित देखभाल की व्यवस्था निगम प्रशासन के द्वारा नहीं की गयी. इस वजह से पार्क का लाभ लोगों को नही मिल पा रहा है और इसकी स्थिति भी बदहाल हो गयी है. इस तरह शहर के सुंदरीकरण के नाम पर निगम प्रशासन ने कई जगहों पर पार्क निर्माण कराया, लेकिन उसकी उपयोगिता सार्थक नहीं हुई. आजसू नेता सतीश कुमार ने कहा कि निगम प्रशासन अपने कार्य व दायित्व के प्रति लापरवाह हो गयी है.शहरवासियों को बुनियादी सुविधा भी नही दिया जा रहा है. कार्यालय परिसर के पार्क के अलावा शहर में अन्य जगहों पर बने पार्क में घास व पौधे को बचाने में निगम प्रशासन असमर्थ साबित हुई. यह घोर चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि योजना क्रियान्वयन के नाम पर निगम प्रशासन सरकारी राशि की बंदरबांट करने में जुटी है. लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है. लेकिन सरकारी राशि की लूट मची हुई है. वर्ष 2018 से अब तक निगम क्षेत्र में हुए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराया जाना चाहिए. ताकि राशि लूट का खुलासा हो सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version