मेदिनीनगर. देश में बालिकाओं और महिलाओं के साथ यौन शोषण व अत्याचार के मामले को लेकर गुरुवार को विरोध प्रदर्शन हुआ. कचहरी परिसर में इप्टा, कशिश आर्ट, अंशु आर्ट, रंग संग आर्ट एकेडमी, प्रगतिशील लेखक संघ एवं मिशन समृद्धि के द्वारा संयुक्त रूप से पोस्टर प्रोटेस्ट किया गया. इसके माध्यम से मेदिनीनगर के पंचवटीनगर स्थित बालिका गृह में घटित घटना की कड़ी निंदा की गयी. विरोध प्रदर्शन के दौरान कलाकारों ने कहा कि यह घटना कोई नयी बात नहीं है, बल्कि कई जगहों पर इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. यदि बालिका गृह में घटित घटनाओं की न्यायिक जांच करायी जाये, तो कई सफेदपोशों का असली चेहरा उजागर होगा. कलाकारों ने पोस्टर के माध्यम से आम जनता से अपील की कि मां, बेटी, बहन की रक्षा के लिए अपनी खामोशी तोडें और मुखर विरोध करें. एक पोस्टर के माध्यम से यह भी दर्शाया गया कि घर कि सफाई से ज्यादा जरूरी मानव मन व दिमाग में भरे कचड़े को साफ करना. कई पोस्टर ऐसे थे, जो बालिकाओं और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को प्रदर्शित कर रहा था. मिशन समृद्धि की शीला श्रीवास्तव ने कहा कि अभिभावकों को अपनी बेटियों पर रोक लगाने की बजाय बेटों की अनावश्यक गतिविधियों पर रोक लगायें. महिलाओं को चाहिए कि जब पति देर से घर पर पहुंचे, तो उसका कारण पूछें. कलाकारों ने प्रशासन से मांग की कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से शहर सभी चौक-चौराहे पर सीसीटीवी कैमरा लगायें. विशेष कर बालिकाओं से जुड़े शिक्षा केंद्र एवं अन्य संस्थान के पास की सड़कों पर सीसीटीवी कैमरा अवश्य लगाये जाये. पोस्टर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व प्रेम भसीन, सुरेश सिंह एवं शीला श्रीवास्तव कर रहे थे. मौके पर आशा शर्मा, वीणा राज, वैजयंती गुप्ता, अमन चक्र, उपेंद्र कुमार मिश्रा, पंकज श्रीवास्तव, संजीव कुमार संजू, मनीष कुमार, पंकज लोचन सहित कई लोग शामिल थे.
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