मेदिनीनगर. पलामू सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने बरसात में वेक्टर जनित बीमारियों से बचाव के लिए सजग रहने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जिले के सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज की समुचित व्यवस्था है. पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध है. शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में सीएस ने बताया कि बरसात के मौसम में वेक्टर जनित बीमारियां फैलती हैं. मच्छरों के प्रकोप से लोग डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, फाइलेरिया से पीड़ित हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि जल जमाव से मच्छर पैदा होते हैं. ऐसी स्थिति में अपने घर या आसपास जल जमाव नहीं होने देना चाहिए. रात में मच्छरदानी लगाकर सोना चाहिए.
सांप काटने पर झाड़फूंक नहीं, इलाज करायें :
सिविल सर्जन ने कहा कि बरसात में सांप काटने की घटना अधिक होती है. लेकिन लोगों को भयभीत नहीं होना चाहिए. यदि किसी व्यक्ति को सांप डंसता है, तो उसे तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए. झाड़-फूंक कराने की बजाय उसका इलाज कराना बेहतर होगा. सरकारी अस्पताल में ही सर्पदंश के इलाज की दवा मिलती है, अन्य किसी भी दवा दुकान में नहीं. जिले के सभी अस्पतालों में यह दवा उपलब्ध है. वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के पास एंटी स्नेक वेनम 1332 वायल उपलब्ध है. राज्य सरकार से पांच हजार वायल मांगा गया है. जून माह में सर्पदंश के 34 केस मिले. जिसमें दो की मौत हो गयी. जबकि जुलाई माह में सर्पदंश के 94 केस मिले. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गयी. सर्पदंश पीड़ित तीन गंभीर मरीजों को बचाया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है