पलामू : किसान के बेटे रोशन राज का चयन एमएनसी यूकेजी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर हुआ है. इनकी सफलता दूसरों के लिए प्रेरणा है. आर्थिक तंगी झेलते हुए गांव में रहकर पढ़ाई की और आइआइटी के लिए चयनित हुए. इनकी प्रारंभिक शिक्षा पलामू हुसैनाबाद के हार्वे उच्च विद्यालय से हुई. शहीद भगत सिंह इंटर कॉलेज से 12वीं पास की. मेदिनीनगर में ही रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी की और आइआइटी इलाहाबाद में चयनित हुए. पढ़ाई के दौरान ही बहुराष्ट्रीय कंपनी यूकेजी में रौशन का कैंपस सेलेक्शन हो गया.
रोशन राज के पिता विनोद यादव पेशे से किसान हैं और गांव में रहकर ही खेतीबारी करते हैं. लेकिन उनकी इच्छा थी कि बेटा पढ़-लिख कर नाम करे, इसलिए उन्होंने अपने स्तर से प्रयास किया. रोशन ने भी पिता के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और सफलता हासिल की. रोशन का कहना है कि यह सफलता अंतिम पड़ाव नहीं है, बल्कि एक सीढ़ी भर है. उसका लक्ष्य आइएएस बनने का है. इसकी तैयारी में वह जुटा हुआ है.
मेदिनीनगर में रहकर ही इंजीनियरिंग की तैयारी की और आइआइटी इलाहाबाद में हुए चयनित. वहीं कैंपस सेलेक्शन में एमएनसी यूकेजी ने उन्हें दिया नौकरी का अॉफर.
रोशन का कहना है कि सफलता के लिए स्थान महत्व नहीं रखता है. इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए वह किसी बड़े शहर में नहीं गया, क्योंकि उसके पिता किसान थे. पिता की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी, कि वह बाहर भेजकर तैयारी करायें. लेकिन मन में कुछ गुजरने की तमन्ना थी. इसलिए लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत की और सफलता मिली.
Posted By : Sameer Oraon