झारखंड : पलामू में बाइक चोर गिरोह का खुलासा, 4 आरोपी सहित 18 बाइक बरामद, मास्टरमाइंड फरार
पलामू पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने चार आरोपियों सहित 18 बाइक को बरामद किया है. वहीं, इस गिरोह का मास्टरमाइंड अब भी फरार है. ये आरोपी सुनियोजित तरीके से बाइक की चोरी कर बेच देता था.
पलामू, सैकत चटर्जी : अपराध के खिलाफ पलामू में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी. पलामू पुलिस ने पांकी थाना क्षेत्र से चार बाइक चोरों को पकड़ा है. बाद में उनकी निशानदेही पर चोरी की 18 बाइक बरामद की गई है. पुलिस ने सभी चोरों को जेल भेज दिया. एसपी अभियान सह सदर एसडीपीओ ऋषभ गर्ग ने पत्रकारों को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सटीक प्लानिंग बनायी. तकनीकी सेल की मदद से कार्रवाई करते हुए बाइक चोर का खुलासा किया.
लातेहार, चतरा व पलामू से करता था बाइक चोरी
पलामू पुलिस के अनुसार, ये बाइक चोर गिरोह के चोर लातेहार, चतरा और पलामू के अलग-अलग क्षेत्रों से बाइक चोरी कर पांकी और मनिका थाना क्षेत्र में लाकर बेचने एवं खरीदने का कार्य करता था. एकांत जगह में पार्क की गई बाइको को टारगेट करता था. कभी-कभी ये रेकी कर ऐसे बाइक को भी टारगेट करता था जिसे एक जगह लगातार काफी देर तक के लिए पार्क किया जाता था. इसके लिए वे एक टीम वर्क के तहत काम करते थे. कोई रेकी करता, तो कोई चाभी लगाने का काम करता और कोई बाइक लेकर भागने का काम करता था. चोरी की बाइक कुछ दिन छुपाकर रखने के बाद उसे बेच दिया जाता था. बाइक बेचने के लिए भी अलग टीम काम करती थी.
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने जिन लोगों को बाइक चोर के आरोप में गिरफ्तार उसमें सुनील विश्वकर्मा, मिनहाज अंसारी, मनदीप कुमार रवि और मंटू यादव मुख्य है. पूछताछ में पहले तो सभी खुद को निर्दोष बताते रहे, जब पुलिस ने सख्ती दिखाई, तो सभी टूट गये और राज उगल दिया.
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चोरों की निशानदेही पर 18 बाइक बरामद
चोरों द्वारा उगले गये राज और निशानदेही पर पुलिस ने चोरी के 18 बाइक बरामद किया. सभी बाइक को चोरी के बाद बेचने के उद्देश्य से एक जगह जमा किया गया था. इसी बीच पुलिस को इसकी भनक लगी और सभी बाइक बरामद कर लिया गया है.
नहीं पकड़ में आया मास्टरमाइंड
अभियान एसपी ऋषभ गर्ग ने कहा कि इस बाइक चोर गिरोह का मास्टरमाइंड गोल्डन अंसारी अभी पकड़ में नहीं आया है. उसे किसी तरह से पुलिसिया कार्रवाई की भनक मिली और वो खुद को छुपाने में सफल रहा. बाद में वह भाग निकला. उन्होंने दावा किया कि पुलिस जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लेगी. प्रभात खबर के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तक इस गिरोह के अंतरराज्यीय लिंक होने की सूचना नही मिली है, लेकिन यह गिरोह कई जिलों में अपना नेटवर्क बना रखा था. अभी जांच के बाद ही इसका बिहार कनेक्शन के बारे में बताया जा सकता है.