Palamu Violence: पलामू में महाशिवरात्रि के लिए तोरण द्वार बनाने की वजह से दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने जो एक्शन लिया, उससे जिले में बच्चों का भोजन प्रभावित होने लगा. जी हां, प्रशासन के आदेश पर 5 दिन तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी और इसके साथ ही बंद हो गया बच्चों का भोजन. जब तक इंटरनेट बंद रहा, स्मार्टफोन चलाने वाले तो परेशान रहे ही, बच्चों की माताएं भी परेशान रहीं, जिनके बच्चे ठीक से भोजन नहीं कर रहे थे. ये वो माताएं थीं, जिनके बच्चों को स्मार्टफोन पर कार्टून फिल्म देखते-देखते भोजन करने की आदत हो गयी है.
जिले में बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें स्मार्टफोन पर कार्टून देखते हुए भोजन करने की आदत हो गयी है. पलामू में इंटरनेट सेवा बंद किये जाने की वजह से तीन दिन तक उनके भोजन पर असर पड़ने लगा था. वे ठीक से खा-पी नहीं रहे थे. दूसरी तरफ, इंटरनेट सेवा पर आधारित सभी कामकाज ठप हो गये थे. जिले के अधिकांश युवा एवं बड़े लोगों के अलावा छोटे बच्चे भी खासा परेशान थे. उन्हें इंटरनेट सेवा बहाल होने का बेसब्री से इंतजार था. आखिरकार तीन दिन बाद इंटरनेट सेवा बहाल हुई, तो हर वर्ग के लोगों ने राहत की सांस ली.
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उल्लेखनीय है कि 15 फरवरी 2023 को महाशिवरात्रि के लिए तोरण द्वार लगाने को लेकर दो समुदाय के बीच विवाद हो गया था. मारपीट हुई. जमकर पत्थरबाजी हुई. यहां तक कि कई घरों और दुकानों में आग लगा दी गयी. प्रशासन ने उसी दिन शाम में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया. यह पांचवें दिन 19 फरवरी को फिर से बहाल किया गया. अब इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गयी है, लेकिन पांकी में शांति व सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स व पुलिस बल की तैनाती अब भी कायम है. धारा 144 अभी नहीं हटाया गया है.