क्रिसमस कैरोल की धुन पर थिरके मसीही विश्वासी

पलामू जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मसीही विश्वासी क्रिसमस त्योहार मनाने की तैयारी में जुटे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | December 22, 2024 8:29 PM

मेदिनीनगर. पलामू जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के मसीही विश्वासी क्रिसमस त्योहार मनाने की तैयारी में जुटे हैं. शहर के स्थानीय स्टेशन रोड स्थित शांति की महारानी गिरजाघर में रविवार को क्रिसमस गैदरिंग का आयोजन हुआ. आरसी चर्च से जुड़ी विभिन्न यूनिट के मसीही विश्वासियों ने हर्षोल्लास पूर्वक क्रिसमस गैदरिंग मनायी. इस अवसर पर सुबह में विधि विधान से चर्च आराधना हुई. इस दौरान विभिन्न यूनिट के मसीही विश्वासियों ने प्रभु यीशु के जन्म की खुशी में स्तुति, प्रार्थना गीत एवं भजन प्रस्तुत किया. इसके बाद मिस्सा पूजा अनुष्ठान हुआ. मुख्य अनुष्ठाता डालटनगंज धर्मप्रान्त के बिशप थियोडोर मस्कारेनहास ने धर्मविधि से पवित्र मिस्सा पूजा अनुष्ठान संपन्न कराया. चर्चा में आयोजित क्रिसमस गैदरिंग के लिए एकत्रित हुए मसीही समुदाय के लोगों ने खुशी और उत्सव की भावना से भर दिया. इस अवसर पर चरनी सजायी गयी थी. मिस्सा के बाद सब लोग चरनी के चारों ओर एकत्र हुए और बिशप थियोडोर मस्कारेनहास ने आशीष दिया. यह पवित्र परंपरा ईसा मसीह के जन्म और अवतार के महत्व की याद दिलाती है. क्रिसमस का जश्न केक काटने की रस्म के साथ जारी रहा. सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मसीही विश्वासियों ने एक जीवंत क्रिसमस नृत्य प्रदर्शन किया. मसीही विश्वासियों ने एकजुट होकर क्रिसमस की भावना से भाव विभोर होकर संगीत प्रस्तुत कर भरपूर आनंद लिया. क्रिसमस गैदरिंग के दौरान माहौल में भक्ति भावना के साथ काफी उत्साह था. क्रिसमस कैरोल हवा में गूंज रहे थे और मसीही विश्वासी खुशी से झूम रहे थे. युवा संघ के सदस्यों ने ” चरवाहे नाचे झूम के ” गीत गाते हुए झूमते हुए नृत्य पेश किया. बिशप थियोडोर मस्कारेनहास ने पवित्र संदेश देते हुए क्रिसमस त्योहार के वास्तविक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि धरती पर शांति के राजकुमार यीशु का जन्म उस समय हुआ, जब परिस्थितियां विपरीत थी. संघर्षों और चुनौतियों के बीच भी मानवता में शांति और आशा लाने के लिए यीशु का जन्म हुआ था. बिशप ने प्रभु यीशु के प्रेम, करुणा और दया के मूल्यों पर चिंतन करने के लिए सभी विश्वासियों को प्रेरित किया. उन्होंने क्रिसमस गैदरिंग के आयोजन के औचित्य के बारे में बताया और ईश्वर के प्रति पूरी आस्था रखते हुए एकजुटता के साथ खुशी पूर्वक क्रिसमस त्योहार मनाने का संदेश दिया. कहा कि समाज में प्रेम, शांति और सेवा की भावना विकसित करना ही क्रिसमस का संदेश है. मौके पर पल्ली पुरोहित अरविंद मुंडा, फादर अजय मिंज, पवन सहित काफी संख्या में महिला पुरुष मसीही विश्वासी मौजूद थे.

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