बेतला नेशनल पार्क से सटे आदिवासी बहुल कोलपुरवा गांव के लोग एक पक्की सड़क के लिए वर्षों से तरस रहे हैं. अच्छी सड़क नहीं होने के कारण इस गांव के रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं नाली नहीं रहने से लोग के घरों का पानी सड़क पर बहते रहता है. इससे कच्ची सड़क की स्थिति नारकीय हो गयी है.
लोगों का कहना है कि कई बार सड़क की मरम्मत के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगायी गयी लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ़ इस कारण इस गांव के लोगों में काफी आक्रोश है. यहां के करीब एक सौ घरों की आबादी की सुध लेने वाला कोई नहीं है़ जिससे उनकी स्थिति काफी दयनीय हो गयी है़ यह कच्ची सड़क मध्य विद्यालय को भी जोड़ती है.
इस कारण आवागमन में बच्चों को भी काफी परेशानी होती है. कई बार इस जर्जर पथ पर चलने से लोग सड़क दुर्घटना के शिकार भी हो चुके हैं. गांव के देवेंद्र सिंह, प्रमोद सिंह, सिकंदर सिंह,मंजू सिंह, श्रवण सिंह, राजनाथ सिंह आदि ने बताया कि कुछ समय पहले कुछ दूरी तक पीसीसी पथ का निर्माण कराया गया था. लेकिन वह भी नाली का पानी बहने के कारण खराब हो गया है.
बरसात के दिनों में तो हालात और भी बदतर हो जाती है. लोगों को इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है़ वर्तमान समय में भी पैदल चलना किसी जोखिम से कम नहीं है. मुख्य पथ से करीब 1000 फीट की लंबाई तक इस सड़क का निर्माण करना जरूरी है. 200 फीट तक तो पीसीसी कराया गया है. लेकिन कुछ दूरी तक सिर्फ ईंट सोलिंग की गयी थी जो अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है.