सीपीआइ की शताब्दी वर्षगांठ मनी, जनमुद्दों को लेकर आंदोलन तेज पर जोर
गुरुवार को शहर के बाइपास रोड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की शताब्दी वर्षगांठ मनायी गयी.
मेदिनीनगर. गुरुवार को शहर के बाइपास रोड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की शताब्दी वर्षगांठ मनायी गयी. इसकी अध्यक्षता वरीय नेता सूर्यपत सिंह ने की. रेड़मा स्थित पार्टी कार्यालय में झंडोत्तोलन के बाद जुलूस निकाला गया. पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. इप्टा के साथियों ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किये. पार्टी के जिला सचिव रूचिर तिवारी ने कहा कि स्थापना काल से पार्टी के सांगठनिक ढांचे को मजबूत बनाने एवं जनमुद्दों को लेकर आगे बढ़ाने में पार्टी के कई नेताओं ने सक्रिय योगदान दिया है. उनकी शहादत के बदौलत की पार्टी ने लंबा सफर तय किया. वर्तमान समय में भी पार्टी के उद्देश्य को हासिल करने के लिए लंबी लड़ाई लड़ने की जरूरत है. स्थापना काल से ही सीपीआइ शोषित, पीड़ित किसान, मजदूरों के हक अधिकार को लेकर संघर्ष तेज किया है. वरीय नेता केडी सिंह ने कहा कि सीपीआइ की स्थापना जिन उद्देश्यों को लेकर हुई थी, उसे हासिल करने के लिए संघर्ष को तेज करने की जरूरत है. शोषण मुक्त समाज का निर्माण और समाज के अंतिम व्यक्ति को न्यायपूर्ण समानता का अधिकार मिले, इसके लिए कार्य करने की जरूरत है. मौके पर कृष्ण मुरारी दुबे, मनाजरूल हक, पूरनचंद साहू, रामराज मिश्रा, राजेंद्र बैठा, भोला सिंह, उमेश सिंह, अभय, नशीम राइम, जनेश्वर राम, रामजनम राम, उपेंद्र मिश्रा, रविशंकर, राजीव रंजन, शशि, संजू सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे. मौके पर कई लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
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