बढ़ता जा रहा है सूबे में क्राइम ग्राफ, दिनदहाड़े गैंगस्टर की गोली मारकर हत्या
गैंगवार में पलामू के चर्चित गैंगस्टर कुणाल सिंह की बुधवार सुबह 7:20 बजे सूदना में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. पुलिस के अनुसार, वर्चस्व की लड़ाई में डबलू सिंह गिरोह ने घटना को अंजाम दिया है.
मेदिनीनगर : गैंगवार में पलामू के चर्चित गैंगस्टर कुणाल सिंह की बुधवार सुबह 7:20 बजे सूदना में गोली मार कर हत्या कर दी गयी. पुलिस के अनुसार, वर्चस्व की लड़ाई में डबलू सिंह गिरोह ने घटना को अंजाम दिया है. इस मामले में तीन को हिरासत में लिया गया है. जानकारी के अनुसार, कुणाल सुबह में कार से अकेले ही हमीदगंज स्थित घर से बीसफुटा पुल की ओर जा रहा था. इसी दौरान सूदना बिजली ग्रिड के पास सफारी गाड़ी में सवार अपराधियों ने सामने से उसकी कार में टक्कर मार दी. कार चला रहा कुणाल गेट खोल कर बाहर निकलना चाहा, तभी अपराधियों ने उसके सिर व सीने में तीन गोली मार दी.
इसके बाद अपराधी बाइक से भाग गये. कुणाल को नावाटोली स्थित श्रीनारायण मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल पर पहुंचे एसपी अजय लिंडा ने कहा कि सुनियोजित तरीके से हत्या की गयी है. एसपी मुताबिक अब तक हुई जांच में जो तथ्य मिले हैं, उसके अनुसार कुणाल की हत्या अपराधियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का परिणाम है.
कुणाल नया कारोबार शुरू करना चाहता था. इसी को लेकर डबलू सिंह उसे रास्ते से हटाने की फिराक में था. पुलिस घटनास्थल के आसपास घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. वहीं जिस सफारी गाड़ी से धक्का मारा गया उसका नंबर जमशेदपुर का है. पुलिस ने कुणाल के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया.
वारदात में डबलू सिंह गिरोह का नाम आया सामने, बेहद सुनियोजित तरीके से घटना को दिया गया अंजाम
अकेले कार चलाते हुए घर से निकला था कुणाल, सफारी सवार अपराधियों ने सामने से मारी टक्कर
कार से बाहर निकल रहे कुणाल
पर अपराधियों ने तीन गोलियां दागीं
ड्राइविंग सीट पर ही ढेर हो गया
सफारी छोड़, बाइक से फरार हुए अपराधी, तीन लोग हिरासत में
कौन है कुणाल सिंह : पलामू जिले में अपराध की दुनिया में कुणाल सिंह एक चर्चित नाम था. कहा जाता है कि पूर्व में वह फौज में था. पलामू में आजसू नेता साजिद अहमद सिद्दीकी उर्फ बॉबी खान की हत्या में उसका नाम सामने आया था. राजद के वरिष्ठ नेता ज्ञानचंद पांडेय के पोते अभिनव पांडेय के अपहरण में भी उसकी संलिप्तता बतायी जाती है. एक मामले में वह फिलहाल जमानत पर था.