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34 घंटे बाद अपराधियों के चंगुल से सकुशल मुक्त हुए पलामू के अनिल गुप्ता, जानें पुलिस को कैसे मिली कामयाबी

पलामू के पांडू स्थित क्रशर संचालक अनिल गुप्ता की अपहरण कर्ताओं के चंगुल से सकुशल रिहाई. पुलिस के दबाव में 36 घंटे के अंदर क्रशर संचालक की रिहाई हुई है. पुलिस अपहरण कर्ताओं की गिरफ्तारी को लेकर छापामारी अभियान तेज कर दी है.

By Samir Ranjan | November 20, 2022 7:36 PM

Jharkhand Crime News: पलामू जिला अंतर्गत पांडू के मुसीखाप रोड स्थित क्रशर से संचालक अनिल गुप्ता को अपराधियों ने करीब 34 घंटे के बाद शनिवार की देर रात मुक्त कर दिया. अपराधियों ने गढ़वा जिले के भवनाथपुर के परसोडीह गांव के मुख्य सड़क पर अनिल गुप्ता को छोड़ दिया था. रात करीब 11 बजे अपहरणकर्ताओं ने अनिल को परसोडीह पहुंचाया. मालूम हो कि शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे अज्ञात अपराधियों ने क्रशर संचालक अनिल गुप्ता का अपहरण कर लिया था. क्रशर प्लांट से ही अपराधी अनिल गुप्ता को कार में जबरन बैठाकर ले गये थे. इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन सक्रिय हुई.

पलामू एसपी लगातार कर रहे थे मॉनिटरिंग

इस घटना के बाद पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा अपहृत क्रशर संचालक अनिल की सकुशल वापसी एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसको लेकर टास्क फोर्स का गठन किया गया था. इसमें हुसैनाबाद, विश्रामपुर और छतरपुर के एसडीपीओ सहित 18 पुलिस पदाधिकारियों को टास्क फोर्स में शामिल किया गया था.

सकते में आया अपराधी

अपराधियों की गिरफ्तारी एवं क्रशर संचालक को मुक्त कराने के लिए पुलिस प्रशासन घटना के बाद से ही लगातार छापामारी कर रही थी. गढ़वा जिला के चार थाना क्षेत्र की पुलिस को भी इस अभियान से जोड़ा गया था. पुलिस प्रशासन की सक्रियता एवं बढ़ते दबाव को देखते हुए अपराधी सकते में आ गये. अपराधियों ने क्रशर संचालक को सकुशल भवनाथपुर थाना क्षेत्र के परसोडीह गांव लाकर छोड़ दिया.

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अनिल के चेहरे से झलक रहा था खौफ

अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त होने के बाद क्रशर संचालक अनिल गुप्ता को पुलिस ने पांडू थाना लायी. पूरे मामले की जानकारी ली गयी. इसके बाद उन्हें परिजनों से मिलाया गया. घर पहुंचते ही अनिल के परिजन उससे लिपट कर रो रहे थे. अनिल डरा सहमा था. उसके चेहरे से ही खौफ झलक रहा था. वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था. उसने बताया कि दो दिन से नहीं सो पाया हूं. उसने बताया कि अपहरण करने के बाद अपराधियों ने आंख पर पट्टी बांध दिया था. इसके बाद जंगल में उसे ले गये थे. इस संबंध में अनिल के मामा रामवृक्ष गुप्ता ने बताया कि अपहरणकर्ता ने तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. एक ही मोबाइल नंबर से वे लोग बात कर रहे थे और अनिल से भी बात कराते थे. केतार के जंगल में उसे रखा गया था.

अपराधियों ने 20 लाख रुपये की मांग की थी

पलामू पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अपह्रत अनिल गुप्ता को पुलिस की सक्रियता से सकुशल बरामद कर लिया गया है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. अपराधियों ने फिरौती के रूप में 20 लाख की मांग की थी.

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