बंध्याकरण में दी गयी दवा के मामले में सीएस ने की स्वास्थ्य उपकेंद्र की जांच

जिले के सिविल सर्जन अनिल कुमार ने तरहसी स्वास्थ्य उपकेंद्र में बंध्याकरण में दी गयी दवा के मामले को लेकर सोमवार को जांच की.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2025 9:13 PM

मेदिनीनगर. जिले के सिविल सर्जन अनिल कुमार ने तरहसी स्वास्थ्य उपकेंद्र में बंध्याकरण में दी गयी दवा के मामले को लेकर सोमवार को जांच की. इस दौरान पाया गया बंध्याकरण में सेफ्टीयाजॉन वन ग्राम दवा रोगी को दी गयी थी. उस दवा के रैपर से एक्सपायरी डेट मिटा हुआ था. जिसे लेकर 30 जनवरी को काफी हंगामा हुआ था. सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने बताया कि जिस एनजीओ के द्वारा बंध्याकरण का ऑपरेशन कराया जा रहा है. उससे स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. इसका जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं होगा. तो निबंधन रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी. सिविल सर्जन ने बीपीएम राहुल कुमार को कड़ी फटकार लगायी. सीएस ने कहा यदि कार्य प्रणाली में सुधार नहीं होगी. तो अनुबंध खत्म करने के लिए राज्य को पत्र भेज दिया जायेगा. मालूम हो की जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर नहीं है. वहां रशियन हेल्थ केयर नामक एनजीओ के द्वारा बंध्याकरण का ऑपरेशन किया जाता है. इसके बदले प्रत्येक ऑपरेशन पर चार हजार रुपये राज्य सरकार के द्वारा दिया जाता है. रशियन हेल्थ केयर एनजीओ के द्वारा जिले में पांकी, पाटन, मनातू, तरहसी सहित कई जगहों पर बंध्याकरण का ऑपरेशन एनजीओ के द्वारा किया जाता है. एनजीओ के द्वारा ऑपरेशन व दवा सहित सभी तरह की सुविधा दी जाती है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से सिर्फ जगह मुहैया करायी जाती है. एनजीओ के द्वारा दो जनवरी को 22 लोगों का, नौ जनवरी को 41 महिलाओं का, 16 जनवरी को 31 का, 23 जनवरी को 33 का और 30 जनवरी को 32 लोगों का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया है. वही स्वास्थ्य मेले में एक्सपायरी डेट की दवा रहने के बारे में भी जानकारी ली. जांच के दौरान पता चला कि जिस दवा के एक्सपायर होने की बात कही जा रही है. वह होम्योपैथिक की दवा थी. सिविल सर्जन ने सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया कि स्टॉक में जितनी दवा है. उसकी जांच की जाये. जांच के दौरान देखा जाये कि कौन सी दवा कब बनी है. कब एक्सपायर होना है. जो दवा एक्सपायर है. उसे लाल कपड़े में बांध कर अलग रख देना है. जिस दवा की कमी है. उसका लिस्ट बना कर जिले को भेजें. दवा उपलब्ध करा दी जायेगी. उन्होंने निर्देश दिया कि एक महीने के अंदर पूरे अस्पताल परिसर में 12 सीसीटीवी कैमरा लगा दिया जायेगा. जिससे सभी चीजों की निगरानी आसानी से की जा सकेगी.

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