मेदिनीनगर. बालिका गृह यौन शोषण मामले में जांच की कार्रवाई आगे बढ़ने के बाद कई मामले का खुलासा हो रहा है. प्रतिदिन नयी बात सामने खुलकर आ रही है. नाम न छापने की शर्त पर आइसीपीएस के एक अधिकारी ने बताया कि मामला सही है कि बालिका गृह में एनजीओ विकास इंटरनेशनल के संचालक राम प्रताप गुप्ता व काउंसलर पर यौन शोषण मामले का जो आरोप लगा है. वह बिल्कुल सही है. उसमें सीडब्ल्यूसी के एक सदस्य की पूरी तरह से संलिप्तता पायी गयी है. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी के सदस्य हमेशा एनजीओ के संचालक राम प्रताप गुप्ता व काउंसलर के संपर्क में रहते थे. यौन शोषण के मामले में सीडब्ल्यूसी के सदस्य को पूरी जानकारी रहती थी. उसे हमेशा दबाने का प्रयास करते थे. सीडब्ल्यूसी सदस्य भी इसमें पूरी तरह से शामिल रहते थे. मालूम हो कि बालिका गृह यौन शोषण का मामला प्रकाश में आने के बाद सीडब्ल्यूसी के एक सदस्य काफी परेशान हैं. उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया है. इस संबंध में उनके मोबाइल नंबर 6299185852 पर बात करने की कोशिश की गयी. लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है. जानकारी के अनुसार जिस समय जांच टीम आयी पहुंची थी. उस समय भी उनसे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की गयी. लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ था. जांच टीम के द्वारा घर पर किसी को भेजने के बाद भी सीडब्ल्यूसी सदस्य घर पर मौजूद नहीं थे. विभाग के द्वारा काफी खोजबीन करने का प्रयास किया गया. उनकी पत्नी के कहने के बाद वे रात को 8:30 बजे मौजूद हुए थे. घटना के बारे में प्रशासन को जानकारी मिली. जिसके बाद उक्त सदस्य घर पर नहीं थे. पुलिस गंभीरता पूर्वक जांच कर रही है. पुलिस जल्द ही इस मामले में उसे बुलाकर पूछताछ कर सकती है. साथ ही कारवाई की प्रक्रिया भी की जा रही हो. अनुसंधान जारी हैःएसडीपीओ सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मणि भूषण प्रसाद ने बताया कि अनुसंधान जारी है. पर्यवेक्षण किया गया है. जांच में जिसकी संलिप्तता पायी जायेगी. उस पर कार्रवाई की जायेगी.
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