मोहम्मदगंज. कोयल नहर का दो वर्ष में 31 किमी लाइनिंग का कार्य पूरा करना था, जो नहर के जीरो आरडी से 103 आरडी तक निर्धारित कार्य है. मगर अभी तक पूरा नहीं किया गया. इस वर्ष जून माह से खरीफ की फसल की सिंचाई नहर से की जायेगी. जिसका संचालन बिहार का जल संसाधन विभाग करता है. कार्य अधूरा रहने से रबी के साथ खरीफ फसल की सिंचाई की समस्या बढ़ गयी है. कार्यपालक अभियंता विनीत प्रकाश ने बताया की नहर की लाइनिंग के कार्य में हो रहे विलंब को लेकर फरवरी के पहले सप्ताह में केंद्रीय जल आयोग की टीम मोहम्मदगंज में पहुचने वाली है. जिसमें आयोग के अनुभवी अभियंताओं का दल शामिल रहेगा. कार्य को केंद्रीय जल आयोग की निर्धारित राशि से पूरी होगी. जिसमें करोड़ों रुपये खर्च होंगे. मौके पर केंद्रीय जल आयोग की टीम के साथ झारखंड व बिहार के अभियंता भी शामिल होंगे. किये गये कार्य की समीक्षा व लंबित कार्य को खरीफ फसल की सिंचाई के पूर्व लाइनिंग का काम को हर हाल में पूरा कराने की दिशा में सार्थक पहल व दिशा निर्देश दी जायेगी. दो साल में अब तक चार किमी ही लाइनिग का कार्य पूरा किया गया है, जबकि कार्य 31 किमी का कार्य पूरा करना था. इधर किसानों ने कार्य के समय पूरा नहीं होने पर चिंता जतायी है. साथ ही कार्य में लगी कंपनी पर कार्य के प्रति शिथिलता व अनियमितता बरतने का भी आरोप लगाया है.
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