Cyclone Yaas In Jharkhand (मेदिनीनगर, पलामू) : बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती
तूफान यास की आशंका के मद्देनजर पलामू जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. आशंका है कि 26 मई को यह प्रवेश करेगा और इसका असर 28 मई तक रह सकता है. इस आशंका के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारी की गयी है. पलामू डीसी शशि रंजन ने सभी अंचल अधिकारियों को अपने- अपने इलाके में विशेष नजर रखने के दिशा-निर्देश दिये हैं.
चक्रवाती तूफान के मद्देनजर पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग ग्रामीण इलाकों में लोगों के बीच प्रचार-प्रसार किया गया है. इस दौरान अनावश्यक अपने घरों से नहीं निकलने. यदि कहीं भी तेज बारिश की वजह से कोई मकान गिरने या पानी घुसने जैसी स्थिति बने, तो तत्काल वैसे घर के लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कराये. इसे लेकर गांवों में स्कूल भवनों में ठहरने की व्यवस्था के साथ पाॅलिथीन का बंदोबस्त भी किया गया, ताकि जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग किया जा सके.
डीसी श्री रंजन ने कहा कि इस दौरान वज्रपात की घटना हो सकती है. आमतौर पर गांवों में देखा जाता है कि बारिश के दौरान मवेशी को छोड़ दिया जाता है. इसलिए लोगो से अपील है कि मवेशी को न छोड़े. खुद के साथ पशुधन की भी रक्षा करें. वहीं, जान-माल की सुरक्षा को लेकर मुकम्मल इंतजाम भी किया गया है. फिर भी यदि कहीं कोई क्षति होती है, तो उसका आकलन कर आपदा प्रबंधन के प्रावधानों के तहत मुआवजा उपलब्ध कराया जायेगा.
उन्होंने कहा कि अस्पताल में इलाज की व्यवस्था की गयी है. ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. साथ ही बिजली विभाग को भी निर्देश दिया गया है कि इस दौरान बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसे सुनिश्चित करायेंगे. इसके लिए मिस्त्री का समूह बनाया गया है, ताकि कहीं आंधी-पानी के कारण कोई तकनीकी परेशानी हुई, तो उसे तत्काल ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल की जा सके. वहीं, प्रशासन की पूरी तैयारी और सभी को अलर्ट एवं एक्टिव मोड़ में रहने का निर्देश भी डीसी ने दिया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.