डीसी ने दिखायी संवेदना, पीड़ित परिवार को किया आर्थिक सहयोग
बुधवार को समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में जनता दरबार लगा.
मेदिनीनगर. बुधवार को समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में जनता दरबार लगा. जिले के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों से आये लोगों ने अपनी समस्याओं से डीसी शशिरंजन के अवगत कराया. डीसी ने लोंगों के आवेदन का अवलोकन करते हुए कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के पदाधिकारी को अग्रसारित किया. जनता दरबार में हरिहरगंज के अररूआ गांव से आये एक व्यक्ति ने डीसी से शिकायत की. बताया कि कुछ दिन पहले घर में गैस का रिसाव होने के कारण उसकी आठ वर्षीय लड़की झुलस गयी है. उसका इलाज चल रहा है. आपदा प्रबंधन से मुआवजा की राशि के लिए अंचल कार्यालय में आवेदन दिया है. लेकिन अभी तक इस मामले में अंचलाधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की. कार्यालय का चक्कर लगाकर वह थक गया है. बड़ी उम्मीद के साथ वह जनता दरबार में आया और हिम्मत जुटाकर अपनी पीड़ा बतायी. इस दौरान उसने मुआवजा की राशि का भुगतान कराने की मांग की. डीसी श्री रंजन ने इस मामले को गंभीरता से लिया. छतरपुर के एसडीओ को तत्काल फोन लगाया और पीड़ित परिवार के आवेदन का त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि जनहित के कार्य को लटका कर रखना कर्मियों की आदत ठीक नहीं है. यदि पीड़ित परिवार के आवेदन का निष्पादन अंचल कार्यालय से हो जाता, तो उसे जनता दरबार में आने की जरूरत नहीं पड़ती. यह कर्मियों की लापरवाही उजागर करता है. डीसी श्री रंजन ने मानवीय संवेदना दिखाते हुए पीड़ित परिवार को अपने स्तर से आर्थिक सहयोग किया. भरोसा दिया कि जल्द ही मुआवजा की राशि का भुगतान होगा. डीसी ने उसे आश्वस्त किया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत उस बची का नामांकन कराया जायेगा और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी. जनता दरबार में पारिवारिक बंटवार, अवैध कब्जा, भूमि विवाद, मानदेय भुगतान, राशन वितरण सहित अन्य मामले आये. डीसी ने अधिकांश मामलों का ऑन स्पॉट निष्पादन किया.
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