डीइओ का घेराव कर कॉपी के पुनर्मूल्यांकन की मांग
जैक की इंटर साइंस की परीक्षा में राजकीय बालिका प्लस टू हाइस्कूल की 45 में 38, योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज की 384 में से 171 छात्राएं फेल
मेदिनीनगर. जैक की इंटर साइंस की परीक्षा में शहर के राजकीय बालिका प्लस टू हाइस्कूल (केजी स्कूल) की 45 छात्राअों में 38, जबकि योध सिंह नामधारी महिला कॉलेज की 384 छात्राओं में से 171 छात्राएं फेल हो गयी हैं. इन छात्राओं ने गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी दुर्गानंद झा का चार घंटे तक घेराव किया. छात्राएं कॉपी की फिर से जांच कराने की मांग कर रही थीं. उनका कहना था कि कॉपी की जांच में गड़बड़ी हुई है. जब तक इस समस्या का निदान नहीं होता, वह यहां से नहीं जायेंगी. उनके साथ कुछ अभिभावक भी थे. छात्राएं जानना चाहती थीं कि पांच-छह दिन पहले दिये गये आवेदन पर जैक द्वारा अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी है. सभी छात्राओं को फिजिक्स, केमेस्ट्री व बायोलॉजी में चार-पांच नंबर ही मिले हैं. जबकि 11वीं की परीक्षा में 80 प्रतिशत से अधिक अंक मिले थे. इस कारण कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया जाये. इस पर डीइओ ने कहा कि आवेदन को जैक के अध्यक्ष व सचिव को भेज दिया गया है. सचिव ने कहा है कि जितनी भी छात्राएं फेल हैं, उनसे स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन करायें. इस पर छात्राओं ने कहा कि स्क्रूटनी कराने में प्रति कॉपी साढ़े सात सौ रुपये लगेगा. ऐसी स्थिति में तीन-तीन कॉपियों की स्क्रूटनी का खर्च कैसे वहन करेंगे. इस पर डीइओ ने छात्राओं के समक्ष ही जैक के सचिव से मोबाइल पर बात की. छात्राअों ने कहा कि नीट की परीक्षा अच्छी गयी है, लेकिन इंटर का रिजल्ट बेहतर नहीं है. ऐसे में उनका भविष्य अधर में लटक जायेगा. इस बार वह पहली बार वोट भी देंगी, अगर कॉपियों का मूल्यांकन कराकर उनके साथ न्याय नहीं किया गया, तो वोट का भी बहिष्कार करेंगी. वहीं अभिभावकों का कहना था कि रिजल्ट को लेकर बच्चियां परेशान हैं, ऐसे में कुछ होता है तो उसकी जिम्मेवारी कौन लेगा.
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