पलामू के विशुनपुर माइंस का लीज रद्द करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का डीसी ऑफिस के सामने प्रदर्शन
पलामू के विशुनपुर के ग्रामीणों ने माइंस लीज रद्द करने की मांग को लेकर डीसी ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया. आक्रोश मार्च छहमुहाने से शुरू होकर डीसी ऑफिस तक गया. इस दौरान ग्रामीणों का आरोप है कि फर्जी ग्रामसभा एवं गलत कागजात के आधार पर लीज कराया गया है.
Jharkhand News: पलामू जिला अंतर्गत नौडीहा बाजार प्रखंड क्षेत्र के विशुनपुर के ग्रामीणों ने डीसी ऑफिस के सामने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. विशुनपुर में अवैध तरीके से चल रहे माइंस का लीज रद्द करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आक्रोश मार्च निकाला. छहमुहान से आक्रोश मार्च शुरू हुआ और डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने के बाद सभा में तब्दील हो गयी. इस दौरान माइंस हटाओ संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीण एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. विरोध सभा की अध्यक्षता और संचालन रौशन सिंह ने किया.
नियमों का उल्लंघन कर पहाड़ का लीज लेने का आरोप
सभा में मुखिया जितेंद्र कुमार भारती, विजय सिंह, मिथिलेश सिंह, अजय सिंह, सुरेंद्र यादव, अभय यादव, कुलेश्वर सिंह ने कहा कि खनन विभाग ने अधिनियम को ताक पर रखकर पहाड़ का लीज किया है. गौतम इंटर प्राइजेज समेत अन्य के नाम विशुनपुर गांव के पास दो पहाड़ का लीज किया गया है. फरजी ग्रामसभा एवं गलत कागजात के आधार पर लीज कराया गया है.
खनन होने से बच्चों की पढ़ाई होगी बाधित
ग्रामीणों का आरोप है कि विशुनपुर में गुफा पहाड़ के खाता संख्या 76, प्लांट संख्या 152 एवं 75 का रकबा करीब 11 एकड़ है. विभाग ने खनन के लिए जिस क्षेत्र की जमीन को लीज पर दिया है उस क्षेत्र में तीस दलितों का घर है. पहाड़ के पश्चिम में 50 फीट की दूरी पर वन क्षेत्र एवं पूरब में 200 फीट की दूरी पर स्तरोन्नत उच्च विद्यालय भवन है. उसी जगह वन क्षेत्र का पहाड़ भी है. गुफा पहाड़ के समीप प्राथमिक विद्यालय निमियां टांड का भवन है. ग्रामीणों का कहना है कि दोनों माइंस का संचालन शुरू होने से विद्यालय में पढ़ाई बाधित होगी. वहीं, बच्चों के साथ-साथ ग्रामीणों के जानमाल का भी खतरा बना रहेगा क्योंकि खनन विभाग ने स्थल निरीक्षण किये बिना ही उत्खन्न के लिए लीज स्वीकृत किया है.
घनी आबादी के बीच खनन क्षेत्र
खनन क्षेत्र के चारों तरफ घनी आबादी है. खनन स्थल तक जाने के लिए कोई रास्ता भी नहीं है. ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांचकर लीज रद्द करने की मांग डीसी से किया है. ग्रामीणों ने साफ तौर पर कहा कि यदि लीज रद्द नहीं होता है, तो वे लोग एकजुट होकर उग्र आंदोलन करने को विवश होंगे. प्रदर्शन एवं सभा के बाद डीसी को मांग पत्र सौंपा गया. मौके पर पप्पू यादव, ओमप्रकाश, सविता कुमारी, पंकज सिंह, प्रदीप राम, अमित प्रकाश सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.