महिला एवं हमारी मानसिकता विषय पर परिचर्चा
इप्टा की पलामू इकाई के द्वारा संचालित सांस्कृतिक पाठशाला के 58 वीं कड़ी में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की समस्या को लेकर परिचर्चा हुई.
घृणित कार्य का सड़क पर उतर कर विरोध करें प्रतिनिधि, मेदिनीनगर इप्टा की पलामू इकाई के द्वारा संचालित सांस्कृतिक पाठशाला के 58 वीं कड़ी में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार की समस्या को लेकर परिचर्चा हुई. वक्ताओं ने महिला एवं हमारी मानसिकता विषय पर विचार व्यक्त किया. इसकी अध्यक्षता अच्छेलाल प्रजापति एवं इप्टा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह ने संयुक्त रूप से की. प्रेम प्रकाश ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि महिला कहने से ऐसा प्रतिबिंबित होता है कि हम सिर्फ व्यस्क महिलाओं की बात कर रहे हैं.लेकिन इस परिचर्चा में बालिका से लेकर व्यस्क महिलाओं तक की बात करेंगे. उन्होंने पलामू में बालिका गृह में घटित घटना का विस्तार से चर्चा की. बालिकाओं के साथ दुराचार और यौन शोषण की घटना को समझने के लिए भक्षक फिल्म की भी चर्चा की.उन्होंने कहा कि बालिका गृह में घटित घटना की जांच पुरानी घटनाओं को जोड़कर करनी चाहिये. कुलदीप राम ने पलामू में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी नाबालिक बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला उठाया. सुरेश सिंह ने कहा कि महिला वयस्क हो या नाबालिग उसके साथ अत्याचार सभ्य समाज के लिए घृणित कार्य है. सड़क पर उतरकर इस घृणित कार्य का विरोध करने की जरूरत है.उनके इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए पाठशाला में उपस्थित लोगों ने 12 दिसंबर को 11 बजे से कचहरी परिसर में पोस्टर के माध्यम से विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया. इस प्रदर्शन में मिशन समृद्धि,कशिश आर्ट, अंशु आर्ट सहित अन्य संस्था के लोग भाग लेंगे.मौके पर वैभव राज,अजीत ठाकुर,शशि पांडेय, घनश्याम,संजीव कुमार संजू,रविशंकर,भोला सहित कई लोग मौजूद थे.
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