पलामू, सैकत चटर्जी. शनिवार को चतरा के सासंद सुनील कुमार सिंह ने पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क में चतरा में होने वाले इटखोरी महोत्सव के तर्ज पर बेतला महोत्सव करवाने की बात कही. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से इसकी खोई हुई लोकप्रियता वापस लाने का प्रयास किया जायेगा. सांसद सिंह दिवंगत पूर्व आईएफएस व्यास सिंह के निधन के खबर पर उनके परिजनों से मिलने मेदिनीनगर आए थे. उन्हें स्वर्गीय व्यास सिंह रचित पुस्तक बाघ, वायलिन और बंदूक भेंट किया गया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि बेतला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त पर्यटन स्थल है, पर सरकारी इच्छाशक्ति और कुछेक अधिकारियों के टालने वाली रवैया के कारण यह इलाका धीरे धीरे लोकप्रियता खो रही है. इसे बचाना उनकी प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा कि जिस तरह इटखोरी महोत्सव के बाद यहां की खोई प्रसिद्धि स्थापित हुई है उसी तरह बेतला महोत्सव होने से भी यहां आने के लिए लोगों का आकर्षण बढ़ेगा, पर्यटन के लिए नया परिवेश बनेगा जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के भी सृजन होंगे.
सांसद ने कहा कि चूंकि बेतला उनके चतरा संसदीय क्षेत्र में पड़ता है इसलिए यह जगह उनके दिल में बसता है, इस जगह का सर्वांगीण विकास हो इसके लिए केंद्रीय स्तर पर बैठक कर एक प्लानिंग के तहत काम किया जायेगा. उन्होंने कहा कि बेतला सहित उसके आसपास के इलाके में पर्यटन विकास की असीम संभावना है. पर्यटन का विकास हो इसके लिए केंद्र सरकार के पहल पर काम भी हो रहा, जिससे इस इलाके में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि चतरा सासंद का दात्यिव मिलने के बाद उनकी यह कोशिश रही है कि न सिर्फ बेतला बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढावा मिले इसे ध्यान में रखकर चतरा इटखोरी में स्थापित भद्र काली मंदिर महोसत्व की भी शुरूआत करायी गयी है. इसी तर्ज पर आने वाले दिनों में वह बेतला महोत्सव की शुरूआत कराने का प्रयास करेंगे.
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मौके पर चतरा सासंद सिंह ने कहा कि दिवंगत व्यास सिंह ने अपने सेवाकाल में पलामू व्याघ्र परियोजना के बेतला को सजाने संवारने में सक्रिय भूमिका निभायी थी ऐसे में बेतला का विकास दिवंगत व्यास सिंह के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उन्होंने कहा व्यास सिंह भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ज्योतिरीश्वर सिंह के पिता थे. इस परिवार से उनका आत्मीय लगाव रहा है. लोकसभा का सत्र होने की वजह से वह श्राद्ध कार्यक्रम में भाग नहीं ले सके. आज समय मिलते ही उन्होंने मेदिनीनगर आकर स्वर्गीय सिंह के तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए.