पलामू : शादी की रस्में छोड़ छात्रा पहुंची परीक्षा देने, एग्जाम सेंटर में मिला झटका, 700 विद्यार्थियों का लटका भविष्य
पलामू के नीलांबर पीतांबर युनिवर्सिटी में यूजी कॉमर्स के छात्रों की परीक्षा शुक्रवार को रद्द कर दी. बिना सूचना दिए परीक्षा रद्द करने से विद्यार्थियों में भारी आक्रोश है. एक छात्रा तो अपनी शादी की रस्मों को छोड़कर परीक्षा देने आई थी.
मेदिनीनगर : नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय के तहत यूजी कॉमर्स सत्र 2018-21 व 2019-22 के विद्यार्थी शुक्रवार को जीएलए कॉलेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने पहुंचे थे. लेकिन परीक्षा स्थगित कर दी गयी. परीक्षा स्थगित होने से 700 छात्र प्रभावित हो गये. इस दौरान एक छात्रा रानी जायसवाल अपनी शादी की रश्मों को छोड़ कर परीक्षा देने गई थी लेकिन उसके हाथ निराशा लगी. इससे आक्रोशित विद्यार्थियों ने एनपीयू के रजिस्टर डॉ एसके मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ एमके दीपक व जीएलए कालेज के प्राचार्य डॉ आइजे खलखो का घेराव किया.
छात्रों ने रजिस्टर को सड़क में रोका
रजिस्टर डॉ एसके मिश्र को विश्वविद्यालय से कॉलेज आने के दौरान छात्रों ने बीच सड़क पर ही रोक दिया और नारेबाजी करने लगे. विश्वविद्यालय के द्वारा परीक्षा कार्यक्रम में आठ जुलाई घोषित की गयी थी. लेकिन विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र में परीक्षा की तिथि 12 जुलाई थी. जिस कारण सभी छात्र 12 जुलाई को परीक्षा देने के लिए विभिन्न महाविद्यालय में पहुंचे थे. मालूम हो की 12 जुलाई शुक्रवार को यूजी कॉमर्स बैकलॉग सेकंड सेमेस्टर के सेकंड जेनेरिक पेपर बिजनेस मैनेजमेंट की परीक्षा होनी थी. लेकिन विश्वविद्यालय के द्वारा आठ जुलाई को ही ले ली गयी. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि शुक्रवार को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गयी है. इसके लिए नयी तिथि की घोषणा बाद में की जायेगी. इसके बाद छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो गये.
पूरे देश से पहुंचे परीक्षा देने
रांची,औरंगाबाद, बनारस, विशाखापट्टनम व अन्य जगहों से परीक्षा देने पहुंचे थे. भुक्तभोगी विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा देने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन बड़ी मुश्किल मिला था. यहां पहुंचने पर परीक्षा स्थगित कर दी गयी. इससे छात्रों को आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ा.कई छात्र बाहर में रहकर काम कर रहे है. ऐसे में परेशानी उठाना उनलोगों के लिए काफी मुश्किल है. बैकलॉग परीक्षा जिन विद्यार्थियों ने यूजी कामर्स पास कर चुके हैं. जिनका जेनेरिक पेपर की परीक्षा पूर्व में विश्वविद्यालय के द्वारा नहीं ली गयी थी. वैसे छात्रों को इस परीक्षा में शामिल होना था. परीक्षा केंद्र जीएलए कॉलेज, एसपीडी कॉलेज गढ़वा, एके सिंह कॉलेज हुसैनाबाद, गुलाबचंद कॉलेज छतरपुर, बीएसएम कॉलेज भवनाथपुर, एमके कॉलेज पांकी को केंद्र बनाया गया था.
छात्रों का हो रहा भविष्य बर्बाद
एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष अमरनाथ तिवारी ने कहा कि विश्वविद्यालय के कारण सभी छात्रों का भविष्य बर्बाद हो रहा है. विश्वविद्यालय का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है.हमेशा परीक्षा में गड़बड़ी हो रही है. इसलिए परीक्षा नियंत्रक को पद से हटा देना चाहिए. विवि के रजिस्टार डॉ एसके मिश्रा ने कहा कि यह लापरवाही है. इससे विद्यार्थियों को काफी परेशानी हुई है. परीक्षा नियंत्रक से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ एमके दीपक ने कहा कि एनसीसीएफ की गलती के कारण ऐसा हुआ है. जबकि एनसीसीएफ को इस बारे में पूर्व में भी जानकारी दे दी गयी थी. लेकिन उसने परीक्षा की तिथि में परिवर्तन नहीं किया गया.
मेहंदी लगाकर पहुंची थी परीक्षा देने
जनता शिवरात्रि महाविद्यालय की छात्रा रानी जयसवाल सत्र 2018-21 की परीक्षा जीएलए कालेज केंद्र पर शुक्रवार को देने पहुंची थी. केंद्र पर पहुंचने के बाद परीक्षा स्थगित होने की सूचना मिली.इससे वह काफी नाराजगी व्यक्त की. रानी जायसवाल की शुक्रवार की रात्रि में शादी होनी है. वह हाथ में मेहंदी लगाये व शादी की रस्म को छोड़कर परीक्षा देने जीएलए कॉलेज पहुंची थी. उसका कहना था कि विवि की लापरवाही के कारण कई विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में है.एनपीयू के अधिकारियों की रवैया विद्यार्थियों के प्रति अच्छा नही है.
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