किसानों को खेती के लिये ऋण (केसीसी) उपलब्ध कराने को लेकर केंद्र सरकार से लेकर जिलास्तर के पदाधिकारी गंबीर हैं. पर गढ़वा जिले में स्थिति बेहद ही निराशाजनक बनी हुई है़ उपायुक्त केसीसी ऋण को लेकर हर सप्ताह बैठक व समीक्षा कर रहे हैं. लेकिन आवेदन जमा करने वाले दो प्रतिशत किसानों को भी ऋण का लाभ नहीं मिला है़ इधर किसान ऋण मिलने की उम्मीद में आवेदन दे रहे है़ं लेकिन बैंकों की ओर से आवेदनों के निष्पादन में सुस्ती दिखायी जा रही है़
दरअसल 16 अगस्त तक के आंकड़े के अनुसार ऋण के लिए 26908 किसानों ने आवेदन दिये है़ं प्रक्रिया पूरी करने के बाद इनमें से 21420 आवेदन प्रखंड से बैंकों को अग्रसारित किये गये. इधर 19 अगस्त तक इनमें से मात्र 344 आवेदन ही बैंकों ने स्वीकृत किये हैं. जिले में सभी बैंकों की कुल 63 शाखाएं है़ं इनमें से 60 शाखाअों को केसीसी ऋण स्वीकृति का निर्देश मिला है.
जिले में झारखंड ग्रामीण बैंक की सर्वाधिक 26 शाखाएं तथा एसबीआइ की 15 शाखाएं हैं. इन्हीं दोनो बैंकों में ऋण स्वीकृति के सर्वाधिक आवेदन लंबित है़ं केसीसी को लेकर जिला प्रशासन व सरकार कितनी गंभीर है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि बैंकों की ओर से शाखाओं में कर्मी की कमी बताये जाने पर जिला प्रशासन की ओर से दो-दो सरकारी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति इन बैंकों में की गयी है़ इन्हें पंचायतवार केसीसी के फार्म छांटने व फार्म दुरुस्त करने में बैंक कर्मियों को सहयोग करना है. इसके बावजूद बैंकों का प्रदर्शन निराशाजनक है़