उद्यानिकी फसलों में आत्मनिर्भर हो सकते हैं पलामू के किसान : आयुक्त
प्रमंडलीय आयुक्त बाल किशुन मुंडा ने बुधवार को क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र चियांकी में संतरा फल का अवलोकन किया.
मेदिनीनगर. प्रमंडलीय आयुक्त बाल किशुन मुंडा ने बुधवार को क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र चियांकी में संतरा फल का अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि कम बारिश एवं उच्च तापमान वाले पलामू जैसे स्थान पर संतरा के फल किसानों के लिए लाभप्रद होगा. भ्रमण के दौरान जेडआरएस के सह निदेशक डॉ अखिलेश साह ने आयुक्त को चियांकी में किये जा रहे कार्यों व अनुसंधान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. आयुक्त ने संतरा बागान के साथ-साथ वहां मेढ विधि मेंं लगे अरहर की खेती एवं विभिन्न प्रजातियों के गेहूं की लग रही फसलों को देखा. उन्होंने संतरा के स्वाद का नागपुरी संतरा के स्वाद से तुलनात्मक जानकारी ली. अनुसंधान केन्द्र में तैयार किये जा रहे पौधे, पॉली हाउस के माध्यम से खेती की विधि, उनकी गुणवत्ता एवं उपज, आम, आंवला, अमरूद की बागवानी के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने किसानों को चियांकी में भ्रमण कराते हुए अधिक उत्पादन वाले खेती करने एवं उद्यानिकी फसलों को लगाने की दिशा में प्रेरित कराने की सलाह दी. पिछले दिनों आयुक्त ने हरिहरगंज प्रखंड क्षेत्र के कटकोंबा गांव में बंजर भूमि पर किसान अजय मेहता द्वारा की गयी अमरूद की खेती, मौसंबी एवं अन्य उद्यानिकी फसलों को देखा. किसान अजय मेहता सैकड़ों एकड़ भूमि पर उद्यानिकी फसलों को लगाया है. आयुक्त को किसान अजय मेहता ने बताया कि उनके बागान में उत्पादित थाई प्रजाति की अमरूद बिहार के पटना, गया एवं अन्य दूसरे शहरों में भेजा जाता है. आयुक्त ने कहा कि उद्यानिकी फसलों में पलामू प्रमंडल के किसान आत्मनिर्भर हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की बिरसा हरित ग्राम योजना से भी बागवानी कर किसान अपनी जिंदगी बदल रहे हैं. उन्होंने पलामू प्रमंडल के किसानों से भी कृषि वैज्ञानिकों से सलाह एवं मिट्टी की जांच करा कर ट्रायल के बाद फसलों का विस्तार देने की सलाह दी. आयुक्त के भ्रमण के दौरान जेडआरएस के सह निदेशक अखिलेश साह, प्रमंडलीय जनसंपर्क कार्यालय के सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी बिजय कुमार ठाकुर मौजूद थे.
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