मेदिनीनगर: शहर के आबादगंज मुहल्ला में बबलू राम के पांच वर्षीय पुत्री उषा कुमारी को बिजली पोल में सट जाने से करंट की चपेट आ गयी, जिससे उसकी घटनास्थल पर मौत हो गयी. घटना सुबह 9:30 बजे की बतायी जाती है.
कैसे हुआ हादसा ?
जानकारी के अनुसार मृतक बच्ची उषा की मां अनीता देवी प्रतिदिन की तरह सुबह में पड़ोस में काम करने गयी थी. अनिता घर पर उषा व सात माह का छोटी बेटी को घर पर छोड़ कर गयी थी. छोटी बच्ची दूध पीने के लिए रो रही थी. उषा अपनी मां को बुलाने जा रही थी. इसी क्रम में भूदान ऑफिस के पास सीमेंट के पोल में लपेटा गया तार से बच्ची उषा सट गयी. पोल तार में बिजली करंट प्रवाह था, जिसके चपेट में आ गयी. जिससे उसकी मौत हो गयी. करंट लगने से उसके बांह में भी जल गया. घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतका उषा के साथ जा रही चार वर्षीय छोटी बहन हल्ला करने लगी. आवाज सुनकर मुहल्ले के लोग पहुंचे. हल्ला सुनने के बाद उषा की मां भी पहुंची, तो देखा कि उसकी बेटी बिजली पोल से सटी हुई है.
बच्ची को चिकित्सकों ने मृत घोषित किया
स्थानीय लोगों के मदद से घायल बेटी को लेकर मेदिनीनगर एमएमसीएच पहुंची, चिकित्सकों ने जांच कर बताया कि बच्ची की मौत हो चुकी है. इसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतका के पिता बबलू राम हैदराबाद में मजदूरी का काम करता हैं. घटना की जानकारी पिता को जानकारी दे दी गयी है. पूर्व वार्ड कमिश्नर मनोज सिंह व स्थानीय लोगों की मदद से जिस पोल के करेंट से मौत हुई है. उस पोल में सुरक्षा के ख्याल से बोरा लपेट दिया गया है. सूचना मिलने के बाद पुलिस मृतक के घर पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेज दिया.
जांच के लिए टीम गठित करेगा बिजली विभाग
इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता एसके चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एरिया बोर्ड ऑफिस के द्वारा टीम गठित कर जांच होने के बाद ही मुआवजा देने का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि टीम के द्वारा रिपोर्ट आने के बाद सुनिश्चित किया जाता है कि कितना मुआवजा दिया जाना है. उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में बिजली पोल से लोगों को दूर रखना चाहिए. इसके लिए स्थानीय स्तर पर लोगों को अवेयरनेस जरूरी है.
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