मेदिनीनगर.
बीएसएसआर यूनियन का द्विवार्षिक सम्मेलन रविवार को यूनियन के रेस्टहाउस में हुआ. अध्यक्षता दिवाकर पांडेय ने की. यूनियन के राज्य सचिव सुब्रत विश्वास ने झंडोत्तोलन कर सम्मेलन शुरू कराया. सदस्यों ने शहीद बेदी पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद सचिव संजीव कुमार मिश्रा ने कार्य रिपोर्ट प्रस्तुत किया. कोषाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने वित्तीय लेखा-जोखा रखा. सदस्यों ने विचार-विमर्श के बाद वार्षिक रिपोर्ट सर्वसम्मति से पारित कर दिया. सम्मेलन में सांगठनिक स्थिति पर चर्चा के बाद नयी कमेटी का गठन किया गया. 15 सदस्यीय कमेटी में दिवाकर पांडेय अध्यक्ष, संजीव कुमार मिश्रा सचिव, विकास कुमार सिंह कोषाध्यक्ष बनाये गये. कार्यकारिणी में विवेक तिवारी, प्रतीक कुमार सिंह, नित्यानंद पाठक, कमलेश गुप्ता, अमितेश पांडेय, अरविंद गुप्ता, समीर गुप्ता, गौतम, ध्रुव सिंह चौहान, जीवंत पाठक, स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में अतुल पुष्कर, रूपेश सोनी शामिल किये गये. मौके पर राज्य सचिव सुब्रतो विश्वास ने केंद्र सरकार की नीतियों को श्रमिक विरोधी बताया. कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति का खामियाजा हम सभी दवा प्रतिनिधियों को भुगतना पड़ रहा है. केंद्र सरकार दवा कंपनियों के पक्ष में काम कर रही है. सरकार को जनकल्याण के काम से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज एक्ट 1976, ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज एक्ट 1954, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 पर चर्चा की. कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों की हितैषी श्रम कानूनों को रद्द कर चार लेबर कोड लागू करना चाहती है. इसके खिलाफ आंदोलन की जरूरत है. सम्मेलन में अमित आनंद, जीवंत पाठक, पुष्पेंद्र गिरी, मृत्युंजय दुबे, विकास तिवारी, कृष्णकांत मिश्रा, विश्वजीत, अवधेश, विकास उपाध्याय सहित सदस्य शामिल थे.