पलामू : स्कूल से लौट रहीं चार बच्चियों की आहर में डूबने से मौत, गांव में पसरा मातम
पलामू में चार बच्चियों की आहर में डूबने से मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि सभी नीलांबर -पीतांबर हाई स्कूल में पढ़ाई करती थी. घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया.
Palamu News: पलामू जिला के रामगढ़ थाना क्षेत्र के सरजा गांव स्थित शहीद नीलांबर-पीतांबर हाई स्कूल में एलकेजी में पढ़नेवाली चार बच्चियों की आहर में डूबने से मौत हो गयी. घटना गुरुवार दोपहर करीब 3:30 बजे की है. घटना के करीब पांच घंटे से अधिक समय के बाद शवों को आहर से निकाला गया. मृत बच्चियों में उलडंडा गांव के उरांव टोला निवासी अवधेश उरांव की पुत्री अराधना कुमारी (आठ वर्ष) व अर्चना कुमारी (छह वर्ष), मुकेश उरांव की पुत्री छाया खाखा (पांच वर्ष) और अतवा मुंडा की पुत्री सलमी कुमारी (छह वर्ष) शामिल हैं. मुकेश उरांव व अवधेश उरांव सहोदर भाई हैं. घटना के बाद गांव में कोहराम मच गया.
परिजनों का आरोप है कि स्कूल की शिक्षकों की लापरवाही से बच्चियों की जान गयी है. Âपरिजनों के अनुसार, स्कूल में छुट्टी होने के बाद बच्चियां देर शाम तक घर नहीं पहुंचीं. परिजन को चिंता हुई, तो उनकी खोजबीन शुरू की, लेकिन बच्चियां नहीं मिलीं. इसके बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश सोनी को फोन कर जानकारी दी गयी. देर शाम करीब 7:30 बजे स्कूल के शिक्षक और गांव के लोग टॉर्च व मोबाइल की लाइट के सहारे स्कूल के आसपास के टोला में बच्चियों को खोजने निकले. इसी क्रम में स्कूल के पीछे आहर में बच्चियों का शव दिखा. स्कूल ड्रेस से उनकी पहचान हुई. ग्रामीणों ने इसकी सूचना रामगढ़ थाना पुलिस को दी. रात करीब 9:00 बजे ग्रामीणों के सहयोग से चारों बच्चियों का शव आहर से निकाला गया. रामगढ़ पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुक्रवार को पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भेज दिया.
खेत में पटवन करने गये किसान की करंट लगने से हुई मौत
लोहरदगा. किस्को प्रखंड के महुगांव में शुक्रवार को पटवन के दौरान बिजली तार के करंट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. इस संबंध के जानकारी अनुसार महूगांव निवासी 50 वर्षीय बालकुराम उरांव पिता स्व रतिया उरांव शुक्रवार की सुबह धन रोपाई को लेकर खेत में पानी पटवन करने गया था. इसी दौरान करंट लगने से अचेत हो कर गिर गया, जिसपर वहां मौजूद ग्रामीणों ने आनन फानन में एंबुलेंस से सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिससे उसके परिजनों में दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. ग्रामीण जगरनाथ राम ने बताया कि एक महीने पूर्व मृतक की पत्नी का देहांत के ठीक एक सप्ताह बाद उसकी छोटी बेटी की भी मौत सदमे से हो चुका है. एक महीने के अंतराल में एक ही घर से तीन लोगो की मौत से परिजन सहित पूरा गांव गमगीन है.