रिमांड होम के चार बच्चों ने दी थी मैट्रिक की परीक्षा, सभी उतीर्ण

रिमांड होम के चार नाबालिग ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल से मैट्रिक की परीक्षा दी थी. इस परीक्षा में सभी नाबालिग बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अच्छे अंक से उर्तीण हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 20, 2024 4:44 PM

मेदिनीनगर . रिमांड होम के चार नाबालिग ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल से मैट्रिक की परीक्षा दी थी. इस परीक्षा में सभी नाबालिग बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए अच्छे अंक से उर्तीण हुए हैं. अन्य बच्चों के साथ इन चारों नाबालिग को गंभीर मामले में रिमांड होम में रखा गया है. जानकारी के मुताबिक रिमांड होम में रहने वाले जिन चार नाबालिग बच्चों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी. उसमें से दो प्रथम एवं दो द्वितीय श्रेणी से उर्तीण हुआ है.एक बच्चे ने 72 प्रतिशत अंक हासिल कर अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है. रिमांड होम के अधीक्षक आर्यन कुमार ने बताया कि रिमांड होम में रहने के दौरान ही उन बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत हुई. मैट्रिक की परीक्षा देने की इच्छा उन बच्चों ने जाहिर की. इसके बाद उन बच्चों को मैट्रिक की परीक्षा के लिए विशेष तैयारी करायी गयी. रिमांड होम में रहने के बाद भी पढ़ाई के प्रति गहरी रुचि देखी गयी. प्रशासन ने रिमांड होम में रहने वाले बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की है. डिजिटल क्लास रूम के साथ-साथ शिक्षकों की भी प्रतिनियुक्ति हुई है. मैट्रिक की परीक्षा का फार्म भरने के बाद इन चारों बच्चों को विशेष तैयारी कराया गया. ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करते हुए चारों नाबालिग बच्चों ने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया है. इस सफलता से प्रशासनिक अधिकारी भी प्रसन्न है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. परीक्षा में उर्तीण होने के बाद उनका हौसला बढ़ा है. अब वे आगे की पढ़ाई पूरी करना चाहते है.दो छात्र पलामू के रहने वाले है. जबकि दो गढ़वा जिला के है. प्रशासन उन चारों नाबालिग बच्चों के साथ-साथ अन्य बच्चों को भी पढ़ाई की पूरी सुविधा उपलब्ध करायेगी.अधीक्षक ने बताया कि परीक्षा में प्रथम व द्वितीय स्थान हासिल करने वाले नाबालिग बच्चों को जमानत मिल चुकी है. इसका सकारात्मक परीक्षा सामने देखने को मिला है. रिमांड होम में रहने वाले अन्य बच्चों पर इसका असर पड़ेगा.

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