छतरपुर. थाना क्षेत्र के चौड़ार गांव के दो युवकों द्वारा अपने ही गांव के लोगों से तीन करोड़ रुपये चिटफंड कंपनी के नाम पर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. इस संबंध में ग्रामीणों ने थाना में लिखित शिकायत देकर दोनों युवकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पैसा वापस दिलाने की मांग की है. धर्मेंद्र कुमार व बसंत कुमार रवि ने बताया कि गांव के प्रमोद रजक और विमलेश रजक द्वारा गांव के ही करीब ढाई-तीन सौ लोगों से पैसा अपने गारंटी पर लेकर चिटफंड कंपनी में लगाने की बात कही थी. दोनों ने फिक्स डिपॉजिट के नाम पर किसी से नकद दो से चार लाख रुपये, तो किसी से आरडी चलाने के लिए मासिक पांच सौ से हजार रुपये लिया. उन्हें कंपनी के नाम की कंप्यूटर से निकाली गयी रसीद और सर्टिफिकेट भी दी. जिससे लोगों का विश्वास बन गया. लेकिन जब अवधि पूरी हो गयी और लोगों ने उन दोनों से अपना जमा पैसे की मांग की. तो उन दोनों द्वारा कहा गया कि कंपनी भाग गयी है, पैसा कहां से दें. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि प्रमोद और विमलेश ने यह कह कर उनसे पैसा लिया था कि कंपनी रहे या ना रहे, पैसा वापस करने की जवाबदेही उन दोनों की होगी. धर्मेंद्र ने बताया कि दोनों युवकों द्वारा पैसा लेने की जो कंप्यूटर की रसीद दी गयी थी, वह भी जाली है. दोनों ने गांव के लोगों से ठगी कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है. प्रमोद रजक सरकारी शिक्षक बन गया है. शिकायतकर्ता में बसंत कुमार रवि, पप्पू पटेल, प्रदीप पटेल, कैलाश यादव, मंजू देवी, सीमा देवी, सिंधु देवी, सबिता देवी सहित कई ग्रामीणों का नाम शामिल है. इस संबंध में थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद ने कहा कि उन्होंने सोमवार को ही योगदान दिया है. इसलिए ग्रामीणों द्वारा दिये गये आवेदन की जानकारी नहीं है. अगर आवेदन दिया गया है, तो जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
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