Jharkhand News: पलामू जिले के मेदिनीनगर के गिरिवर प्लस टू उच्च विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई बाधित हो रही है. इस विद्यालय में 11वीं एवं 12वीं कक्षा में 1,700 विद्यार्थी हैं. यहां शिक्षकों का सृजित पद 11 है, लेकिन शिक्षकों का अभाव है. इस विद्यालय में विज्ञान, कला और वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होती है. विज्ञान पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक नहीं हैं. इतना ही नहीं, गणित के टीचर कॉमर्स पढ़ा रहे हैं.
विज्ञान पढ़ाने के लिए एक भी टीचर नहीं
जहां तक विज्ञान की बात है, तो भौतिकी, रसायन शास्त्र व जीव विज्ञान के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं. कला संकाय में इतिहास व राजनीतिक विज्ञान विषय के शिक्षक नहीं हैं, जबकि वाणिज्य संकाय के किसी भी विषय के शिक्षक नहीं हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्चों की पढ़ाई कैसे हो रही है. पढ़ाई के लिए रोजाना करीब 300 विद्यार्थी विद्यालय पहुंचते हैं और उन्हें पढ़ाने के लिए किसी तरह से शिक्षकों को मैनेज किया जाता है.
गणित के टीचर पढ़ा रहे कॉमर्स
हाईस्कूल के शिक्षकों को 11वीं और 12वीं के बच्चों को पढ़ाने के लिए भेजा जाता है. कई ऐसे भी शिक्षक हैं जो नि:शुल्क इस विद्यालय में अपनी सेवा दे रहे हैं. गणित के शिक्षक ही वाणिज्य के विषय को पढ़ाते हैं, जबकि सेवानिवृत्त शिक्षक भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान पढ़ाते हैं. इतना ही नहीं विद्यालय में जो कंप्यूटर के शिक्षक हैं वही कंप्यूटर साइंस पढ़ाते हैं. भूगोल के शिक्षक ही इतिहास और राजनीतिक विज्ञान पढ़ाते हैं. विद्यालय प्रबंधन द्वारा शिक्षा को बेहतर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. बावजूद इसके शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है.
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वरीय अधिकारियों को दी गयी सूचना
मेदिनीनगर के गिरिवर प्लस टू उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक के अनुसार इस पूरे मामले से वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराया गया है. सरकार को सभी समस्याओं से अवगत कराने के बावजूद ऐसी स्थिति बनी हुयी है. पलामू जिले का गिरिवर उच्च विद्यालय काफी चर्चित विद्यालय रहा है. यहां से पढ़कर के विद्यार्थी आज देश-विदेश में अपना नाम रोशन कर रहे हैं, लेकिन शिक्षकों के अभाव में विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है. शिक्षकों की कमी इस विद्यालय में है ही, विद्यार्थी भी नियमित विद्यालय नहीं आते हैं. कभी विद्यालय में बच्चों की संख्या इतनी अधिक बढ़ जाती है कि हॉल में बैठने की जगह नहीं होती. तब बच्चों को खड़े होकर पढ़ाई करनी होती है.
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समस्या से सरकार को कराया गया है अवगत
प्रभारी प्राचार्य नीरज कुमार द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों की नहीं होने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. बावजूद इसके सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए विद्यालय प्रबंधन तत्पर है. शिक्षकों की कमी से सरकार को अवगत कराया गया है.
रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह, मेदिनीनगर, पलामू