छत्तरपुर : छत्तरपुर की पुलिस गश्ती दल की मुस्तैदी के कारण चपरवार निवासी अनिल राम की जान बच गयी. शुक्रवार की अहले सुबह मेदिनीनगर-औरंगाबाद पथ ( एन एच 98 )पर छत्तरपुर से हरिहरगंज की ओर तेज रफ्तार से जा रहे टेंपो व उसके पीछे दो बाइक को जाता देख पुलिस की गश्ती दल के भूपेंद्र सिंह की नजर पड़ी. संदेह होने पर पीछा कर टेंपो को बटाने मोड़ के समीप रुकवाया.
इसपर टेंपो पर सवार लोगों ने गंभीर रूप से घायल अनिल को सड़क पर फेंक दिया. जिसे पुलिस के जवान उठा कर टेंपो का पीछा करने लगे. इस बीच मौका देख अपराधियों ने टेंपो लेकर छत्तरपुर की ओर फरार हो गये. पुलिस द्वारा पीछा करने पर अपराधी सुनसान जगह पर टेंपो छोड़ अपराधी भाग गये. इस दौरान पास की झाड़ी में छुपी एक महिला पकड़ी गयी.
उसने बताया कि वह हरिहरगंज थाना के खड़गपुर निवासी संजय प्रसाद गुप्ता की पत्नी पोदीना देवी है. इधर घायल अनिल को अनुमंडलीय अस्पताल में उपचार कराया गया. इसके बाद उसे बेहतर इलाज के लिए पीएसीएच मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया.
अनिल ने पुलिस को बताया कि छत्तरपुर थाना में हरिहरगंज थाना क्षेत्र के खड़गपुर की रहने वाली अपनी प्रेमिका पोदीना देवी व उसके दो बेटे आकाश कुमार गुप्ता,छोटू कुमार गुप्ता व अज्ञात नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.घायल अनिल ने बताया कि खड़गपुर के संजय गुप्ता की पत्नी पोदीना देवी के साथ विगत दो वर्षों से उसका प्रेम प्रसंग था.
पोदीना देवी ने 29 जुलाई की शाम को फोन कर खस्सी खाने के लिए छत्तरपुर के खाटीन गांव की रीता कुंवर के घर बुलाया.रात को खाने के बाद पहले से मौजूद पोदीना के दो बेटे व अन्य नौ लोगों ने लाठी डंडा से पीटते हुए मोबाइल व पर्स छीन लिया. हत्या करने की नीयत से टांगी व चाकू से मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.उसके बाद हाथ पैर बांध कर टेंपो पर लाद कर मुझे हड़याही डैम में फेंकने जा रहे थे. इसी बीच गश्ती कर रही पुलिस की नजर पड़ी व उनके चंगुल से मुझे बचा लिया.
थाना प्रभारी उपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि घायल अनिल के बयान पर पोदीना देवी उसके बेटे आकाश, छोटू व नौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर ली गयी है. पोदीना देवी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.