प्रभु का आशीष ही सबसे बड़ा वरदान : बिशप
साधना सदन में तीन दिवसीय धर्म प्रांतीय सम्मेलन शुरू, प्रभु यीशु के बताये रास्ते पर चलते हुए अच्छे कार्य करने का संदेश
मेदिनीनगर. सदर प्रखंड के चियांकी स्थित साधना सदन में गुरुवार से तीन दिवसीय धर्मप्रांतीय सम्मेलन शुरू हुआ. सम्मेलन का उदघाटन डालटनगंज धर्म प्रांत के बिशप थियोडोर मस्करेन्हास ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद बिशप की देखरेख में मिस्सा पूजा अनुष्ठान किया गया. बिशप ने सम्मेलन में शामिल लोगों को प्रभु का संदेश सुनाया. संपूर्णता जीवन विषय पर चर्चा की. बिशप ने कहा कि प्रभु यीशु ने हम सबको अपने कार्य के लिए चयन किया है. यह हम सबों के लिए परम सौभाग्य की बात है. हम सभी प्रभु का गुणगान करें और उनके बताये रास्ते पर चलते हुए जीवन में अच्छा कार्य करें. प्रभु का गुणगान एवं अच्छे काम में ही मानव जीवन की संपूर्णता निहित है. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु से प्राप्त आशीष ही हम सबों के लिए वरदान है. सम्मेलन में अतिथियों एवं वक्ताओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. साथ ही युवाओं का उत्साहवर्धन किया गया. सम्मेलन के पहले दिन बिशप ने फादर यशवीर मिंज को धर्मप्रांतीय युवा निदेशक की जिम्मेवारी देने की घोषणा की. मौके पर फादर अमरदीप, ब्रदर जेम्स, दिगेश्वर भोक्ता सहित काफी संख्या में विश्वासी उपस्थित थे.
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