व्यवस्था में सुधार लाना सरकार की प्राथमिकता : मंत्री
पलामू जिले के पाटन प्रखंड के नक्सल प्रभावित चेतमा गांव में ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
मेदिनीनगर/पाटन. पलामू जिले के पाटन प्रखंड के नक्सल प्रभावित चेतमा गांव में ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ. राज्य के वित्त सह संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर की पहल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में पलामू सांसद वीडी राम, पलामू डीसी शशिरंजन, डीडीसी शबीर अहमद, एसपी रीष्मा रमेशन, सदर एसडीओ सुलोचना मीणा, सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार के अलावा जिला के कई विभाग के पदाधिकारी शामिल हुए. अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. मौके पर मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि विकास तभी संभव होगा, जब समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं से रु-ब-रू होना है. जनहित की जो भी योजनाएं संचालित की जा रही हैं. उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिले. उन्होंने कहा कि विकास धरातल तक पहुंचाना है, इसके लिए जन प्रतिनिधि, जिला व प्रखंड के अधिकारियों का कर्तव्य बनता है. ऐसा नहीं कि जिला तक ही विकास कार्य सिमट कर रह जाये. उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है व्यवस्था में सुधार लाना. इसलिए सभी मंत्री को क्षेत्र में रहने को लेकर मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है. जब राज्य के मंत्री क्षेत्र में होंगे, तो सभी अधिकारियों को भी क्षेत्र में रहना होगा. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में उनका कार्यक्रम हो और एमओ गायब रहे. उन्होंने डीसी को एमओ हटाने का निर्देश दिया. मंत्री ने कहा कि उपेक्षित इलाकों में आवागमन की व्यवस्था दुरुस्त करने पर ही विकास हो सकता है. चेतमा नक्सल प्रभावित इलाका रहा है. आवागमन नहीं होने कारण विकास से कोसों दूर है. पूर्व के जनप्रतिनिधियों ने इस गांव के लोगों का दर्द समझने की भी कोशिश नहीं की, विकास की बात तो दूर है. मंत्री ने कहा कि इसके पूर्व ही उन्होंने इस इलाके का भ्रमण किया था. जब नक्सल गतिविधि चरम पर थी. उन्होंने कहा कि यह मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है. सड़क का निर्माण करा कर क्षेत्र को विकास से जोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि आवागमन की व्यवस्था हो जाने से अधिकारी क्षेत्र भ्रमण करेंगे, तो निश्चित रूप से विकास होगा. उन्होंने कहा कि बीमार होने के बाद लोग मरीज को चारपाई पर ले जाते हैं. पिकेट पर एंबुलेंस उपलब्ध करायी जाये, ताकि लोगों को सुविधा मिल सके. विभाग के द्वारा बताया गया की 26 जनवरी के पूर्व इसकी व्यवस्था कर दी जायेगी. उन्होंने कहा कि एक शिकायत पेटी भी लगानी चाहिए, जो एक सप्ताह में संबंधित विभाग के पास भेजे जायें, ताकि इनकी शिकायतों का निष्पादन हो सके. उन्होंने कहा कि राजनीति में मानव सेवा के लिए आया हूं. सांसद बीडी राम ने कहा कि सुदूरवर्ती इलाका का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है. सुदूरवर्ती इलाके का विकास के लिए देश के प्रधानमंत्री द्वारा 2023- 24 के बजट में 15 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. विकास के लिए प्रधानमंत्री जन मन योजना चलायी गयी है. उन्होंने कहा कि तिसीबार स्थित जिंजोई नदी पर पहले ही मुख्यमंत्री सेतु योजना से मंत्री के द्वारा पुल बनवा दिया गया था. सड़क की स्वीकृति हो चुकी है. बहुत जल्द ही कार्य शुरू होगा. उन्होंने डीसी से प्रधानमंत्री जन मन योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कराने को कहा. बीडीओ डॉ अमित कुमार झा ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला. संचालन विनय कुमार शर्मा ने किया. मौके पर युवा नेता प्रशांत किशोर, सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव, सुधीर यादव, अहमद हुसैन अंसारी, ईश्वरी पांडेय, रविंद्र सिंह, अरुण सिंह, अखिलेश पांडेय, अशोक सोनी समेत अन्य कई लोग मौजूद थे.
नक्सल के मुद्दे पर मंत्री व सांसद में मतभेद
पलामू सांसद बीडी राम ने अपने संबोधन में कहा कि एक अप्रैल 2024 से नक्सली मुक्त हो गया है. पूर्व की तरह स्थिति नहीं रह गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांव के विकास पर फोकस कर रहे हैं. इस पर झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण ने कहा कि वह पलामू सांसद की इस बात पर सहमत नहीं हैं, नक्सली कम हुए हैं, लेकिन पूरी तरह से समाप्त नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि रिश्ते में हम दोनों बहनोई व साला है. विकास के लिए दोनों की सोच एक है.गांव के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम : डीसी
पलामू डीसी शशि रंजन ने कहा कि गांव के विकास में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है. जेएसपीएसएल से जुड़ कर महिलाएं विकास में भागीदारी निभा सकती है. अपनी समस्या को बखूबी रख सकती हैं, तभी समस्या को दूर किया जा सकता है.चेतमा में पहले बरसता था गोला, अब सुकून है : एसपी
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि यह इलाका पूरी तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा था. यहां के लोगों ने पहले बताया था कि एक तरफ से गोली चलती थी दूसरे तरफ से गोला बरसता था. लेकिन आज स्थिति बिल्कुल बदली हुई है. नक्सल मुक्त होने के बाद लोग सुरक्षित माहौल में रह रहे हैं. चेतमा में पिकेट की स्थापना होने से लोग भयमुक्त हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है