हार्डकोर नक्सली संदीप यादव उर्फ कैला पलामू से गिरफ्तार, दो साथी भी पुलिस की गिरफ्त में

आतंक का पर्याय बना माओवादी संदीप यादव उर्फ कैला यादव उर्फ कईल यादव को पलामू पुलिस ने रविवार को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है. पांकी थाना क्षेत्र के हेडुम के रहने वाले कैला पर 10 मामले दर्ज हैं, जिसमें पांकी थाना क्षेत्र में कैला ने नौ घटनाओं को अंजाम दिया है. जबकि एक मामला बालूमाथ के हेरहंज में दर्ज है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2020 10:47 PM

मेदिनीनगर : आतंक का पर्याय बना माओवादी संदीप यादव उर्फ कैला यादव उर्फ कईल यादव को पलामू पुलिस ने रविवार को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है. पांकी थाना क्षेत्र के हेडुम के रहने वाले कैला पर 10 मामले दर्ज हैं, जिसमें पांकी थाना क्षेत्र में कैला ने नौ घटनाओं को अंजाम दिया है. जबकि एक मामला बालूमाथ के हेरहंज में दर्ज है.

Also Read: CM हेमंत सोरेन ने रिक्शा चोरी होने के बाद राजधानी की सड़कों पर भीख मांग रहे राजकुमार को दिया रिक्शा

पलामू एसपी अजय लिंडा ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि कैला हेडुम व मतनाग के जंगली क्षेत्र में अपने दस्ता के सदस्यों के साथ भ्रमणशील है. थाना प्रभारी जेके रमण के नेतृत्व में छापामारी दल का गठन किया गया, जिसके बाद माओवादी कैला व हेडुम के ही रहनेवाले उसके सहयोगी शंभू यादव व अजय यादव को हथियार व गोली के साथ पकड़ा गया. इनके पास से पुलिस को नाइन एमएम का कार्बाईन, एक मैगजीन, नाइन एमएम का 91 गोली मिला है.

कैला के सहयोगी अजय यादव पर आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. जिसमें पांच मामला पांकी व एक हेरहंज थाना में दर्ज है. वहीं, शंभू यादव पर पांकी थाना में एक मामला दर्ज है. छापामारी दल में पांकी थाना प्रभारी के साथ हीरालाल साह व सैट वन के सशस्त्र जवान शामिल थे. गिरफ्तार माओवादी कैला यादव वर्ष 2010 में माओवादी संगठन से जुड़ा था. पांकी के केकरगढ़, मतनाग क्षेत्र में यह सक्रिय रहा.

Also Read: Coronavirus Pandemic: हजारीबाग में मिला एक कोरोना पॉजिटिव, 157 हुई झारखंड में संक्रमितों की संख्या

वर्ष 2020 के जनवरी माह में वह बुढ़ा पहाड़ पर सक्रिय माओवादियों के दस्ते में भी शामिल रहा है. इसके बाद वह माओवादी दस्ता से निकलकर अपना एक छोटा दस्ता जेएलटी के नाम से बनाया था. लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में व्यापारी, ठेकेदार से रंगदारी व लेवी मांगने का काम करता था.

14 अप्रैल को पांकी के द्वारिका गांव में रंगदारी मांगने के उद्देश्य से ही डीलर शंकर साव के घर पर फायरिंग की थी. इसके बाद से ही पुलिस लगातार इसकी जानकारी इकट्ठा करने में लगी थी. जिस कारण यह जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में आ गया. इसके तीन साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

Next Article

Exit mobile version