लाचार चरकू को आज तक नहीं मिली सरकारी सहायता
कामेश्वर सिंह उर्फ चरकू सिंह की उम्र 80 वर्ष है. शरीर ने भी साथ देना छोड़ दिया है. उनकी पत्नी कइली देवी (75 वर्ष) उनकी देखभाल करती है. कामेश्वर सिंह को अभी तक कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिली है. कामेश्वर व कइली ने कहा कि अब तक पेंशन नहीं मिली है. आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला है.
पेंशन व आवास योजना का नहीं मिला है लाभ
पाटन : कामेश्वर सिंह उर्फ चरकू सिंह की उम्र 80 वर्ष है. शरीर ने भी साथ देना छोड़ दिया है. उनकी पत्नी कइली देवी (75 वर्ष) उनकी देखभाल करती है. कामेश्वर सिंह को अभी तक कोई सरकारी सहायता भी नहीं मिली है. कामेश्वर व कइली ने कहा कि अब तक पेंशन नहीं मिली है. आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला है.
कामेश्वर सिंह उर्फ चरकू सिंह का बेटा नागुन सिंह हैदराबाद में काम करता था. काम करने के दौरान ही नागुन की मौत हैदराबाद में हो गयी थी. इनकी चार बेटियां हैं. इनकी परवरिश नागुन की पत्नी कालिंदा देवी कर रही हैं. कइली देवी का कहना है कि बेटा भी नहीं रहा. बहू विधवा है. उसे भी कोई सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है. हमलोगों को भी आज तक कोई सरकारी सुविधा नहीं मिली है. कामेश्वर सिंह पलामू पाटन के करर कला गांव के रहने वाले हैं. उनलोगों को यह भी पता नहीं है कि एसइसीसी के डाटा में नाम है या नहीं.
क्या कहते हैं बीडीओ
पाटन के प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभाकर मिर्धा का कहना है कि एक सप्ताह में कामेश्वर सिंह और उनकी विधवा बहू के नाम पर पेंशन स्वीकृत कर दी जायेगी. जहां तक आवास की बात है, तो एसइसीसी के डाटा में देखा जायेगा. यदि नाम होगा तो ठीक, अन्यथा अांबेडकर आवास योजना के तहत इन जरूरतमंदों को आवास योजना का लाभ दिया जायेगा. इन जरूरतमंद परिवार के बारे में आज तक उन्हें जानकारी नहीं थी. अब जानकारी होने के बाद सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा.