पलामू में बोले सीएम हेमंत सोरेन : किसानों-पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाएंगे, किया मेधा डेयरी प्लांट का उदघाटन

झारखंड को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने किसानों पशुपालकों को कहा कि सरकार डेयरी प्लांट खोल सकती है , लेकिन इसे चलाने की जिम्मेवारी किसानों की है. दुग्ध उत्पाद यहां तैयार होंगे. इससे न सिर्फ यह डेयरी प्लांट मजबूत होगा, किसानों को भी लाभ मिलेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | October 4, 2023 9:22 PM
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पलामू जिले के मेदिनीनगर सदर प्रखंड के चियांकी स्थित गणके में बुधवार (4 अक्टूबर) को 28 करोड़ की लागत से निर्मित मेधा डेयरी प्लांट का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उदघाटन किया. मौके पर श्री सोरेन ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत हैं. किसान- पशुपालकों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है. यह डेयरी प्लांट यहां के किसानों – पशुपालकों के जीवन में बदलाव लाने में मील का पत्थर साबित होगा. किसान अपने पैरों पर खड़े हो व इनकी आमदनी में बढोतरी हो, इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं चला रही है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि योजनाओं से जुड़ कर किसान व पशुपालक इसका लाभ उठायें. सरकार के साथ कदम बढ़ाये और सहयोग करें. पलामू में जलवायु परिवर्तन होने से किसान प्रभावित हुए है. वैकल्पिक खेती और इससे जुड़े अन्य कार्यों की दिशा में आगे आगे आना होगा. सीएम ने कहा कि झारखंड जैसे राज्य में किसानों के लिए पशुपालन काफी लाभप्रद है. ऐसे में किसानों को पशुधन से समृद्ध करने के लिए सरकार ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना शुरू की है. इसके तहत 90 प्रतिशत सब्सिडी पर किसानों- पशुपालकों को पशु दिये जा रहे हैं. किसानों को पशुपालन से जोड़कर उनकी आय को बढ़ाना है.

झारखंड को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने किसानों पशुपालकों को कहा कि सरकार डेयरी प्लांट खोल सकती है , लेकिन इसे चलाने की जिम्मेवारी किसानों की है. दुग्ध उत्पाद यहां तैयार होंगे. इससे न सिर्फ यह डेयरी प्लांट मजबूत होगा, किसानों को भी लाभ मिलेगा. जरूरत पड़ी, तो यहां और भी डेयरी प्लांट खोले जायेंगे. पशुपालकों को दूध पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. किसानों व पशुपालकों के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में 21 करोड़ 90 लाख रुपये का चेक झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह को मुख्यमंत्री ने सौंपा.

सरकार से प्राप्त अनुदान राशि को एक अप्रैल 2023 से प्रभावी होगा. पलामू का मेधा डेयरी प्लांट राज्य का सातवां डेयरी प्लांट है. 25 हज़ार किसानों- पशुपालकों को सीधा फायदा होगा. इस डेयरी की वर्तमान में प्रतिदिन 50 हजार लीटर दूध की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग की क्षमता होगी, जिसे एक लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकेगा. यहां दूध के स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए चार मिल्क सायलो लगाया गया है. इस डेयरी प्लांट का संचालन झारखंड मिल्क फेडरेशन करेगा. मौके पर मनिका विधायक रामचंद्र सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीक, पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त मनोज जायसवाल, पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा, पलामू डीसी शशि रंजन, पुलिस एसपी रीष्मा रमेशन, मेधा डेयरी प्लांट के प्लांट एवं प्रोडक्ट हेड उमाशंकर सिंह सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.

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डेयरी प्लांट की स्थापना से रोजगार का अवसर हुआ प्राप्त : रामेश्वर उरांव

मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि मेधा डेयरी प्लांट के स्थापित होने से रोजगार का अवसर प्राप्त होगा. दूध का व्यापार बढ़ेगा और किसानों की आमदनी बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि पलामू में पलाश, लाह और महुआ अर्थव्यवस्था का आधार है. इस व्यवस्था को सरकार पुनर्जीवित करने के लिए प्रयत्नशील है. उन्होंने मुख्यमंत्री से डेयरी प्लांट में तकनीकी पदों को छोड़कर अन्य पदों पर स्थानीय लोगों को रोजगार देने का अनुरोध किया.

हेमंत सोरेन किसान का बेटा है, न झुकेगा, न रुकेगा : बादल पत्रलेख

कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री श्री बादल ने कहा कि मेधा डेयरी प्लांट पलामू प्रमंडल के किसानों के लिए लाभप्रद होगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने दूध उत्पादन के लिए जो सपना देखा था, वह पूरा हो रहा है. राज्य में ढाई लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. इसे बढ़ाकर पांच लाख किये जाने की योजना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन योजना के माध्यम से किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है. मंत्री श्री बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री को षड्यंत्र के तहत परेशान किया जा रहा है. लेकिन हेमंत सोरेन एक किसान का बेटा है. वह न झुकेगा और न रुकेगा. वह जनता के हित में काम करता रहेगा. किसानों के आय को बढ़ाने के लिए गाय, मुर्गी, भैंस, सुअर, बतख आदि दिया जा रहा जिससे किसान आत्मनिर्भर बन सके.

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