अफीम की खेती हुई तो क्षेत्र के रेंजर, फारेस्टर, मुखिया व चौकीदार पर एफआइआरः आइजी

जनवरी 2025 तक पलामू में 171.5 एकड़ व लातेहार जिले में 17 एकड़ में लगी पोस्ता की खेती को नष्ट किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2025 9:11 PM

मेदिनीनगर. पलामू पुलिस अफीम की खेती को लगातार नष्ट कर रही है. जनवरी 2025 तक पलामू में 171.5 एकड़ व लातेहार जिले में 17 एकड़ में लगी पोस्ता की खेती को नष्ट किया गया है. इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है. करीब 10 लोगों को चिह्नित किया गया है. जो पोस्ता की खेती करने में लोगों की मदद कर रहे हैं. पुलिस ऐसे लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. इस संबंध में पलामू प्रक्षेत्र के आइजी सुनील भास्कर ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि अफीम की खेती को लेकर पुलिस काफी चौकस है. राज्य के पुलिस महानिदेशक का पूरा फोकस है. उनके द्वारा निर्देश दिया गया है कि किसी भी क्षेत्र में अफीम व पोस्ते की खेती नहीं होनी चाहिए. अफीम की खेती को रोकने के लिए पुलिस ने प्रमंडल के विभिन्न क्षेत्रों के वन विभाग के रेंजर, फॉरेस्टर, संबंधित पंचायत के मुखिया व चौकीदार को नोटिस दिया गया है. इसके माध्यम से उन्हें सूचित किया गया है कि यदि आपके क्षेत्र में कहीं अफीम या पोस्ते की खेती हो रही है. तो उसकी तत्काल सूचना दें. ताकि उसे नष्ट किया जा सके. इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद यदि आपके क्षेत्र में अफीम व पोस्ते की खेती पायी जाती है. तो संबंधित क्षेत्र के रेंजर, फॉरेस्टर मुखिया व चौकीदार पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. उन्होंने कहा कि पोस्ते की खेती के पीछे कौन-कौन लोग हैं, उन्हें पुलिस चिह्नित कर रही है. बहुत जल्द ही उन्हें गिरफ्तार भी किया जायेगा. कहा की अवैध अफीम व पोस्ते की खेती लेकर जो केस किया जा रहा है. उसके अनुसंधान में अब इस बात की भी जांच की जा रही है. की जो अवैध अफीम व पोस्ते की खेती कर रहे हैं. उन्हें बीज कहां से मिल रहा है. उस पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी. आइजी ने बताया कि अफीम की खेती वाले क्षेत्र में बैंक के माध्यम से हुए लेनदेन के बारे में भी जांच की जायेगी. जांच के दौरान देखा जायेगा की जनवरी से अप्रैल तक किन-किन लोगों के खाते में हैवी ट्रांजैक्शन किया गया है. वैसे लोगों को चिह्नित कर पैसे के लेनदेन के बारे में पूछताछ की जायेगी, ताकि पता चल सके कि इस अवैध धंधे में कौन-कौन लोग शामिल हैं. नक्सलियों के बारे में कहा कि पहले की अपेक्षा परिस्थितियां काफी बदली है. अब ये अंतिम सांसें गिन रहे हैं. बताया कि पुलिस अपने ह्यूमन इंटेलिजेंस को मजबूत कर रही है, ताकि सटीक सूचना मिल सके. उस पर कार्रवाई की जा सके. कहां की पुलिस बल की कोई कमी नहीं है. सूचना मिलने के के बाद त्वरित कार्रवाई की जायेगी. बताया कि पुलिस की नजर वैसे छोटे-छोटे ग्रुप पर है, जो माओवाद से निकल कर निजी स्तर नक्सली संगठन बना कर समाज को परेशान कर रहे हैं. पुलिस वैसे सभी लोगों पर कार्रवाई की करेगी. जिस तरह से माओवादियों पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले पांच से 10 सालों में उग्रवादी जड़ से खत्म हो जायेंगे.

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