धड़ल्ले से हो रहा है बालू का अवैध कारोबार
पलामू जिले में इन दिनों बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. इस पर रोक लगाने के प्रति प्रशासन उदासीन दिख रहा है.
मेदिनीनगर पलामू जिले में इन दिनों बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. इस पर रोक लगाने के प्रति प्रशासन उदासीन दिख रहा है. हालांकि कभी कभार पुलिस रेड करती है और अवैध बालू का ढुलाई कर रहे ट्रैक्टर को जब्त करती है. फिर भी यह कारोबार थम नहीं रहा है. बल्कि इस अवैध धंधे में कई लोग सक्रिय हैं. एनजीटी ने नदी से बालू उठाव पर रोक लगा दी है. हालांकि सरकार के निर्देश पर प्रशासन ने बालू उठाव के लिए कई नदियों को चिन्हित किया था, ताकि ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य तरह के निर्माण कार्य के लिए सस्ते दर पर सहज तरीके से बालू उपलब्ध कराया जा सके. जिला खनन विभाग ने सभी प्रखंडों में नदियों को चिन्हित कर बालू घाट संचालन करने की जिम्मेवारी पंचायत को दी थी. इसके लिए मुखिया की देखरेख में संचालन समिति गठित करने का भी प्रावधान है. ट्रैक्टर के जरिये लाभुक के आवेदन के आधार पर बालू का उठाव किया जाना है. इसके लिए प्रति ट्रिप चालान का शुल्क 100 रुपये निर्धारित किया गया है. लेकिन नियम कानून को ताक पर रखकर चिन्हित पंचायत से बालू का अवैध कारोबार हो रहा है. इतना ही नहीं, प्रशासन ने जिन नदियों को चिन्हित नहीं किया है, वहां से भी धड़ल्ले से बालू का उठाव किया जाता है. बताया जाता है कि बालू माफिया व प्रशासन की गंठजोड़ से इसका अवैध कारोबार फलफूल रहा है. रात्रि में नदी से बालू का उठाव किया जाता है. जिले के सभी प्रंखडों में यही स्थिति है. बालू के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए जिला व प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स गठित है, लेकिन इस अवैध कारोबार लोग लगाने के लिए प्रशासन व टास्क फोर्स सक्रिय नहीं है. बिहार तक पहुंच रहा है पलामू का बालू हरिहरगंज प्रखंड क्षेत्र में बालू के अवैध कारोबार में पड़ोसी राज्य बिहार के माफिया भी सक्रिय हैं. हरिहरगंज प्रखंड क्षेत्र के बोर्डर इलाके से काफी संख्या में ट्रैक्टर के माध्यम से बालू का उठाव किया जाता है. प्रखंड क्षेत्र के बटाने नदी के खड़गपुर, कटैया, कटकोमा, ढाब, रजबार, वनसप्ती, घाघरा, तुरी घाट से बालू का उठाव बदस्तूर जारी है. वहीं राज्य सरकार को लाखों रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है. माफिया रात के अलावे दिन के उजाले में भी बालू की तस्करी कर रहे हैं. बिहार राज्य के औरंगाबाद जिले में बालू ले जाया जा रहा है. स्थिति यह है कि स्थानीय लोगों को मकान बनाने के लिए बालू नहीं मिल पा रहा है. ऊंचे दाम पर बालू की बिक्री हो रही है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. सभी नदियों से हो रहा है बालू का उठाव विश्रामपुर के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में स्थित छोटी- बड़ी सभी नदियों से बालू का अवैध उत्खनन जारी है. विरोध करने वाले स्थानीय लोगों को माफियाओं के दबंगई का शिकार होना पड़ता है. लेकिन पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे रहती है. कोयल नदी किनारे बसे प्रखंड क्षेत्र के लालगढ़, तोलरा, गुरहा, रेहला, सबौना, सिगसिगी सहित दर्जनों जगहों से बालू का उठाव किया जा रहा है. रात के अंधेरे में उठाव करते है बालू लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के अमानत नदी तट पर बसे दर्जनों गांवों से बालू का अवैध उठाव किया जाता है. माफिया रात के अंधेरे में बालू का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. बताया जाता है कि सफेदपोश व प्रशासन की मिलीभगत से बालू का अवैध कारोबार चल रहा है. दिखावे के लिए पुलिस रेड करती है. लेकिन बालू के अवैध उठाव पर रोक लगाने में पुलिस प्रशासन दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. प्रखंड क्षेत्र के बनुआ, सांगवार, ओरिया, झरहा सहित अन्य गांव के पास अमानत से बालू का उठाव कर ऊंची कीमत पर बेची जाती है. रात 9 बजे से सुबह पांच बजे तक ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई होती है. छतरपुर के बंटाने व बांकी नदी से हो रहा है बालू का उठाव छतरपुर के बांकी व बंटाने नदी से कई स्थानों पर बालू की चोरी की जा रही है.माफिया इस धंधे में सक्रिय है. 100 से अधिक ट्रैक्टर प्रतिदिन विभिन्न जगहों से बालू का उठाव करते है और उंची कीमत पर इसकी बिक्री करते है. प्रशासन के द्वारा कार्रवाई नही किये जाने की वजह से माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है. वही नदियों का अस्तित्व खतरे में है. पांडू इलाके में बालू माफिया राज पलामू जिले के पांडू प्रखंड क्षेत्र में बालू माफियाओं का राज कायम है. प्रखंड क्षेत्र के बांकी, धुरिया नदी सहित अन्य नदी घाटों से बालू का अवैध उठाव जारी है. जबकि एनजीटी ने इन नदियों से बालू के उठाव पर रोक लगा दी है. प्रखंड के बरवाही, सल्हना, शिवंडीह, कजरू खुर्द, ठेकही कुंडवा, कुलिया, बुआ सरई, नेउरी, ओबरा सहित घाटों से बालू का उठाव किया जा रहा है.बताया जाता है कि ट्रैक्टर से नदी से बालू निकालकर माफिया सुनसान जगह पर डंप करते है. इसके बाद मिनी ट्रक पर लोड कर उसे दूसरे जगहों पर भेजा जाता है.इधर पांकी प्रखंड क्षेत्र में अमानत सहित अन्य छोटी नदियों से बालू का अवैध उठाव जारी है. हालांकि प्रशासन ने सोरठ गांव से अवैध बालू लदा दो ट्रैक्टर जब्त किया है. फिर भी बालू माफिया निडर होकर अपने कारोबार में लगे है.
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