मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बढ़ी सुविधा

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आमजनों की सुविधा के लिए व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 28, 2024 9:15 PM
an image

मेदिनीनगर. मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि आमजनों की सुविधा के लिए व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है. इस दिशा में दो माह के कार्यकाल में उनके द्वारा कई सार्थक कदम उठाये गये हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल के ओपीडी संचालन के समय में वृद्धि की गयी. अब सुबह 9 बजे से दोपहर दो बजे तक ओपीडी सेवा संचालित होता है. इसका सीधा लाभ दूर-दराज के गांवों से आये मरीजों को मिल रहा है. पूर्व में दोपहर एक बजे तक ही ओपीडी चलती थी. इस दौरान मरीज को अपनी जांच रिपोर्ट दिखाने में परेशानी होती थी. कई मरीज चिकित्सक से इलाज तो करा लेते थे. लेकिन रिपोर्ट नही दिखा पाते थे. इसके लिए उन्हें दूसरे दिन आना पड़ता था. लेकिन समय में बदलाव होने से अब मरीजों को इस तरह की परेशानी नहीं हो रही है. उन्होंने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मरीजों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है. स्कैन एंड शेयर की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. इसके लिए क्यूआर कोड जेनरेट है. इसके माध्यम से आभा या ड्राइफेक्स ऐप के जरिये मरीज अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. प्रतिदिन करीब 200 मरीज इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं. सरकार ने मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सकों को हेल्थ प्रोफेशनल आइडी नंबर जेनरेट करने का निर्देश दिया है. इसके आलोक में एमएमसीएच में कार्यरत सभी चिकित्सकों को अनिवार्य रूप से यह आइडी जेनरेट करने का सख्त निर्देश दिया गया. अब तक 75 प्रतिशत चिकित्सक इस सुविधा से जुड़े हैं. इसके माध्यम से चिकित्सकों को मरीजों को इलाज करने में सुविधा होगी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सचिव ने आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड निर्माण पर जोर दिया है. प्रत्येक माह पांच सौ आयुष्मान कार्ड जेनरेट करने का लक्ष्य है. लेकिन उनके प्रयास से करीब 300 मरीजों को आयुष्मान सेवा का लाभ दिया जाता है. इसे गति देने के लिए आयुष्मान मित्र की बहाली की जायेगी. अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल परिसर से पार्किंग शुल्क हटा दिया गया है. पोस्टमार्टम की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा रहा है. इसके लिए आवश्यक कदम उठाया जायेगा. इस अस्पताल से रेफर मरीजों की संख्या कम हुई है. क्रिटिकल केस को ही रेफर किया जाता है. अस्पताल में जांच की व्यवस्था को भी सृदृढ़ बनाया जा रहा है. मौके पर डॉ आरके रंजन, डॉ सुशील पांडेय, डॉ विनीत नैंसी खलको मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version