प्रतिनिधि : मेदिनीनगर. आयुष्यमान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से मइयां- बाबू निजी अस्पताल जुड़ा हुआ है. लेकिन इसका संचालन व्यवस्थित तरीके से नहीं किया जा रहा है. बुधवार को आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के कार्यकारी निदेशक अबु इमरान के निर्देश के आलोक में चार सदस्यीय टीम पलामू पहुंची. जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में संचालित मइया बाबू हास्पीटल का औचक निरीक्षण टीम के सदस्यों ने किया. इस दौरान पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार मौजूद थे. टीम के सदस्यों ने अस्पताल की व्यवस्था व मरीजों को दी जाने वाली सुविधा की जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्य अस्पताल में पसरी गंदगी देखकर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि यह अस्पताल है या बूचड़खाना.चारों तरफ गंदगी है और मरीज भरती हैं. सभी लोग जानते हैं कि गंदगी से संक्रमण फैलता है.मइया बाबू अस्पताल में गंदगी का जो आलम है उससे जच्चा व बच्चा दोनों संक्रमित होंगे.अस्पताल की व्यवस्था में कई त्रुटियां पायी गयी. शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं थी. मेडिकल मानदंड के अनुसार अस्पताल का संचालन नहीं किया जा रहा है. दो मरीज के बेडों के बीच कम से कम चार फीट की दूरी होनी चाहिए. लेकिन इस अस्पताल में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी. आपरेशन थियेटर में एक्सपायर दवा पायी गयी. वहीं मरीज के बगल में बेड साइड लॉकर पर सीरिंज फेंका हुआ पाया गया. टीम के सदस्यों ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि बीमा कंपनी के द्वारा पूर्व में किये गये निरीक्षण में जो त्रुटियां पायी गयी थी उसे सुधार करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि उन त्रुटियों को दूर नहीं किया गया है. बल्कि झुठी रिपोर्ट निदेशक को भेजी गयी है. इस मामले को टीम के लोगों ने गंभीरता से लिया है.
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