पीएनबी लॉकर कांड में बैंक मैनेजर समेत 13 लोग गिरफ्तार, पुलिस ने बरामद किया 1 किलो 395 ग्राम सोना
मेदिनीनगर में पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर से जेवर गायब करने के मामले में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने एक किलो 395 ग्राम सोने के जेवर बरामद किये हैं.
Jharkhand Palamu News पलामू : मेदिनीनगर में पंजाब नेशनल बैंक के लॉकर से जेवर गायब करने के मामले का खुलासा पलामू पुलिस ने कर लिया है. इस मामले में बैंक के मैनेजर और डिप्टी मैनेजर सहित 13 आरोपी गिरफ्तार किये गये हैं. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने एक किलो 395 ग्राम सोने के जेवर बरामद किये हैं. डिप्टी मैनेजर को मदद करनेवाले दो मुख्य आरोपी ओमप्रकाश चंद्रवंशी उर्फ रिशु व मनोज सिंह फिलहाल पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार को बताया कि फरवरी में ही गुरजीत सिंह व एनएन तिवारी के लॉकर से जेवर गायब होने का मामला सामने आया था. उस वक्त डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार व शाखा प्रबंधक गंधर्व कुमार ने मामले को दबा दिया और ग्राहक से समझौता कर जेवर लौटा दिया था. इस प्रकार मामला दबा दिया गया. 14 सितंबर को कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार सिन्हा का जब लॉकर आॅपरेट नहीं हुआ और उसे तोड़ने के बाद जेवर गायब मिले, तो मामला उजागर हुआ.
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में भी मामले में डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार की भूमिका संदिग्ध पायी गयी, क्योंकि घटना के बाद कुछ दिनों के लिए डिप्टी मैनेजर बैंक में अनुपस्थित थे. इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि लॉकर का जेवर स्वर्ण व्यवसायी प्रशांत उर्फ पिंटू सोनी ने खरीदा है. जब पिंटू से पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने अपना दोष स्वीकार किया.
साथ ही यह बताया कि डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार छह-सात माह से जेवर बंधक रखने का कारोबार कर रहे हैं. साथ ही बड़े व्यवसायी कपिल व जितेंद्र सोनी उर्फ रसगुल्ला के साथ भी डिप्टी मैनेजर का संबंध है और वहीं पर ब्याज पर लॉकर का जेवर रखा गया है. जितेंद्र और कपिल ने पुलिस को बताया कि पिंटू ने ही लॉकर का जेवर बंधक पर रखा है. जितेंद्र ने यह बताया कि जो सोना गिरवी रखा गया था, उस पर उसने आइसीआइसीआइ बैंक से गोल्ड लोन ले रखा है. इस बयान के बाद पुलिस ने बैंक से इसका सत्यापन कराया, जिसमें जितेंद्र के बयान की पुष्टि हुई है. इस मामले में मोहित सोनी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
इनकी हुई गिरफ्तारी :
शाखा प्रबंधक गंधर्व कुमार, डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार, मकबूल अंसारी, प्रशांत उर्फ पिन्टु सोनी, राजेश गुप्ता, वसीम आलम, कलाम, कपिल सोनी, जितेंद्र सोनी उर्फ रसगुल्ला, मोहित सोनी, शिवम सोनी, अब्दुला अंसारी, रवि खत्री.
दस हजार में बनती थी एक लॉकर की डुप्लीकेट चाबी
छानबीन में पुलिस को जानकारी मिली कि एक लॉकर को खोलने के लिए मेदिनीनगर का मकबूल मिस्त्री दस हजार रुपये लेता था. चूंकि लॉकर डिप्टी मैनेजर प्रशांत के ही जिम्मे रहता था, इसलिए उसके कहने पर बैंक का दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी कलाम लॉकर की चाबी निर्धारित स्थान पर रखने के बजाय डिप्टी मैनेजर के टेबुल की दराज में रख देता था.
जांच कमेटी बनी, एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट
रांची. लॉकर से लाखों रुपये के जेवरात गायब होने के मामले में जांच कमेटी गठित की गयी है. रांची स्थित बैंक के नॉर्थ जोनल ऑफिस से तीन सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है. वहीं, क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से कंट्रोलिंग ऑफिस को सूचना भेज कर अलग से इन्क्वायरी सेटअप करने को कहा गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत बैंक ग्राहक को लिखित में जानकारी दिये बगैर लॉकर नहीं तोड़ सकते हैं.
संदिग्ध लोगों को निलंबित कर दिया गया है. नुकसान का आकलन कर मामले की जांच के साथ ही गहनों की बरामदगी का काम चल रहा है. बैंक के जोनल कार्यालय ने जांच टीम गठित कर दी है. टीम दस्तावेज की जांच, मूल्य का फिजिकल वेरिफिकेशन और बैंक अफसरों की भूमिका की जांच करेगी.
रामचंद्र शर्मा, पंजाब नेशनल बैंक, उत्तर मंडल प्रमुख
Posted By : Sameer Oraon