Jharkhand News, Ramgarh News रांची : बदलते वक्त के साथ समाज में रिश्तों की नाजुक डोर टूट रही है. छोटी-छोटी बात पर लोग गुस्से में जान देने और लेने पर उतारू हो जा रहे हैं. जरा सी बात पर हुई तकरार में तीन परिवार बिखर गये. सिमडेगा में बहू ने सास की हत्या कर दी, पलामू में पिता की फटकार पर बेटी कुएं में कूद गयी.
उसे बचाने के लिए पिता भी कूद गया और अंतत: दोनों की जान चली गयी. उधर, रामगढ़ के एसडीपीओ पर उनकी पत्नी ने मारपीट का आरोप लगाया है. सामाजिक विशेषज्ञ भी परिवारों के बिखराव को लेकर चिंतित हैं. वे कहते हैं कि क्रोध की आग में सबसे पहले संबंध ही जलते हैं.
रामगढ़ : एसडीपीओ रामगढ़ किशोर कुमार रजक पर उनकी पत्नी ने बेरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाया है. इसे लेकर उन्होंने शनिवार को रामगढ़ थाना में लिखित आवेदन दिया है. थाना में एसडीपीओ पर दहेज उत्पीड़न समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. सदर अस्पताल में जांच के दौरान पत्नी की आंख में चोट, सिर में सूजन पाया गया.
इसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया. एएसआइ मालती कुमारी को जांच अधिकारी बनाया गया है. इससे पूर्व प्रशिक्षण में रामगढ़ पदस्थापना के दौरान भी किशोर ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी. जिससे संबंधित मामला रामगढ़ न्यायालय में चल रहा था. उस समय राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी सुनवाई की थी. इधर, एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि एसडीपीओ की पत्नी ने मारपीट से संबंधित आवेदन दिया है. जिसकी जांच शुरू कर दी गयी है.
पत्नी ने दिये आवेदन में एसडीपीओ पर आरोप लगाया है कि 14 जनवरी की सुबह उनके पति ने उन्हें गला घोंट कर मारने का प्रयास किया. उन्होंने किसी तरह जान बचायी, तो पति ने उन्हें बेरहमी से मारा. उनके सिर पर गंभीर वार किया, जिससे वह बेहोश हो गयीं. इसके बाद उन पर पानी डाला गया तथा होश में आने पर बाल पकड़ कर सिर पर मारा गया. इससे उनके सिर में गंभीर चोट आयी तथा उनकी दायीं आंख में रोशनी कम हो गयी. अब दायें कान से भी सुनने में दिक्कत हो रही है. इसके बाद उनके पति उन्हें कमरे में छोड़ कर भाग गये. साथ ही गार्ड को निर्देश दिया कि उन्हें घर से बाहर जाने नहीं दिया जाये. वह किसी तरह जान बचाकर बगल में डॉ सांत्वना शरण के अस्पताल में पहुंचीं तथा अपना इलाज कराया.
एसडीपीओ किशोर रजक ने अपने फेसबुक वॉल पर आवेदन के साथ पोस्ट लिखा. उन्होंने कहा है कि यह आवेदन अक्तूबर 2021 में महिला थाना प्रभारी रामगढ़ को दिया था. जिसमें पत्नी द्वारा आत्महत्या की धमकी देने और झूठे आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की बात कही गयी थी.
उन्हें पूर्ण विश्वास है कि उनके खिलाफ कोई गहरी साजिश रची गयी है. क्योंकि एफआइआर होने के चंद समय बाद विपक्ष के नेता द्वारा फेसबुक और ट्वीटर पर एफआइआर की कॉपी लगा पोस्ट किया गया है. बिना कोई नोटिस व विभागीय प्रक्रिया का पालन किये उन्हें निलंबित करने और गिरफ्तारी तक की मांग की गयी है.
मामले में एसडीपीओ की पत्नी ने बताया है कि 14 जनवरी की सुबह पति बोकारो जिले के चंदनकियारी स्थित घर जा रहे थे. उन्होंने भी बच्चे के साथ ले चलने की बात कही. इस पर एसडीपीओ ने उन्हें बुरी तरह पीटा. पत्नी का आरोप है कि तीन-चार माह पूर्व भी उन्हें पति और सास ने जलाने का प्रयास किया.
Simdega News : प्रखंड के महाबुआंग थाना क्षेत्र स्थित गिरजा टोली में बहू ने सास की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपी बहू को गिरफ्तार कर लिया है. थाना प्रभारी ने बताया कि घटना शुक्रवार देर शाम की है. सास सुघनी समद और बहू एतवारी समद के बीच किसी बात पर कहासुनी हुई. इसके बाद आवेश में आकर बहू एतवारी समद ने सास सुघनी समद की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी. दोनों के बीच प्राय: विवाद होता रहता था. घटना के वक्त बहू नशे में थी. पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए सिमडेगा भेज दिया.
Palamu News कुएं में डूबने से चैता भुइयां (45) और उसकी बेटी लक्ष्मी (17) की मौत हो गयी. पलामू के पाटन स्थित इमली गांव के डेरवाही टोला में हुई घटना के पीछे कारण घरेलू विवाद बताया जा रहा है. थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार की शाम में चैता भुइंया के घर में विवाद हुआ था. जिससे नाराज होकर बेटी लक्ष्मी कुमारी घर के पास स्थित कुएं में कूद गयी.
उसका पिता चैता भी उसे बचाने के लिए कुएं में कूद गया. कुएं के आसपास कोई घर नहीं है. इस कारण ऐन मौके पर चैता की पत्नी ने काफी आवाज लगायी, पर कोई नहीं पहुंचा. इस क्रम में पिता और पुत्री दोनों की कुएं में डूबने से मौत हो गयी. शनिवार को सूचना मिलने के बाद पाटन थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अंत्यपरीक्षण के लिए मेदिनीनगर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. चैता भुइंया मूल रूप से लेस्लीगंज थाना क्षेत्र स्थित ओरिया शाहद गांव के निवासी थे. ये पिछले एक वर्ष से पाटन के इमली गांव में अपने ससुराल में रह रहे थे.
Posted By : Sameer Oraon