Jharkhand Crime News (पीयूष तिवारी, गढ़वा) : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau), पलामू की टीम ने शुक्रवार को गढ़वा जिलास्तरीय रिकॉर्ड रूम के प्रधान लिपिक (बड़ा बाबू) रवींद्र पांडेय को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. उन्हें पलामू ACB की टीम ने समाहरणालय स्थित रिकॉर्ड रूम से ही कार्यालय अवधि में 4500 रुपये लेते गिरफ्तार किया है. इसके अलावे ACB की छापेमारी में उनके सहिजना मुहल्ला स्थित घर से भी 20 हजार रुपये बरामद किये गये हैं. श्री पांडेय के खिलाफ गढ़वा शहर के टंडवा मुहल्ला निवासी बनारसी प्रसाद गुप्ता के पुत्र सत्यम कुमार ने ACB में शिकायत दर्ज करायी थी.
बताया गया कि सत्यम कुमार समाहरणालय के पीछे स्थित रिकॉर्ड रूम से खतियान का नकल निकालना चाह रहा था. इसके एवज में प्रधान सहायक रवींद्र पांडेय ने सत्यम से 4500 रुपये की मांग की थी. इसके लिए वह कई बार दौड़ भी लगा चुका था, लेकिन बिना पैसे के खतियान का नकल देने से श्री पांडेय ने इनकार कर दिया था. इस मामले की शिकायत सत्यम कुमार ने पलामू ACB से की थी.
शिकायत मिलने के बाद ACB की टीम ने दो-तीन दिन पूर्व विभाग में आकर इस मामले के सत्यता की जांच की थी. बताया गया कि शुक्रवार को तय योजना के अनुसार सत्यम कुमार को रुपये देकर पलामू ACB की टीम ने कार्यालय में भेजा, जबकि ACB के लोग समाहरणालय गेट स्थित जिला परिषद कार्यालय के समीप ही रहे. वहां कुछ देर तक बातचीत करने के बाद सत्यम ने प्रधान सहायक श्री पांडेय को रुपये दिये.
इसके बाद बाहर आकर उसने पलामू ACB को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही ACB की टीम वहां पहुंची और श्री पांडेय को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इस दौरान रिकॉर्ड रूम में किसी अन्य कर्मी के नहीं रहने पर गिरफ्तार करने के आधा घंटा बाद तक ACB के पदाधिकारी वहां रहे और आदेशपाल के आने की प्रतीक्षा करते रहे.
आधा घंटा बाद बाहर में फोटो कॉपी कराने गये आदेशपाल सुंदर कुमार के पहुंचने पर उसे जानकारी दी गयी और पलामू ACB की टीम वहां से रवाना हुई. कार्यालय के बाद टीम के लोग श्री पांडेय के सहिजना स्थित आवास पर भी गये. वहां घर में छानबीन की गयी, जहां से 20 हजार रुपये नकद बरामद किये गये.
उल्लेखनीय है कि ACB की ओर से गत 15 सितंबर को भी PHED विभाग के कैशियर को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था. इस तरह से 10 दिन के अंदर गढ़वा जिले में ACB की यह दूसरी कारवाई है. इस तरह की कार्रवाई से सरकारी कर्मियों व पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया है. खबर फैलते ही लोग अभिलेखागार की ओर जाकर तथा आसपास के कार्यालय से इस घटना की जानकारी लेते देखे गये.
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गढ़वा जिलास्तरीय अभिलेखागार मात्र एक प्रधान सहायक व एक आदेशपाल के भरोसे चल रहा है. प्रधान सहायक की गिरफ्तारी के बाद अब कार्यालय में सिर्फ आदेशपाल ही बच गया है. ऐसे में अब वहां तत्काल ही किसी दूसरे कर्मी की प्रतिनियुक्ति करनी पड़ेगी वर्ना नकल के लिए आवेदित सैकड़ों रिकॉर्ड पेंडिंग रह जायेंगे. प्रधान सहायक की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को अभिलेखागार दिनभर के लिए बंद रहा. दूसरे कर्मी की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई, तो शनिवार को भी अभिलेखागार बंद रह सकता है.
Posted By : Samir Ranjan.