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पलामू में घोटाला : PNB लॉकर से गहने के बाद पैसे भी उड़ाये गये, 50 लाख तक का हो सकता है फर्जीवाड़ा

पलामू के पीएनबी लॉकर से गहनों के बाद खातों से भी पैसे गायब कर दिये गये हैं. इसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. मास्टरमाइंड डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार ही निकला है. उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्र के एजेंटों के संग मिलकर इसे अंजम दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 9, 2022 7:15 AM
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पलामू : मेदिनीनगर पीएनबी से लॉकर के बाद ग्राहकों के खातों से भी पैसे गायब कर दिये गये हैं. खातों से कितने पैसे उड़ाये गये हैं, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. लेकिन अनुमान है कि यह फर्जीवाड़ा 40 से 50 लाख रुपये तक का हो सकता है. मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक रामाशंकर शर्मा ने मेदिनीनगर शहर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.

इसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस कांड का भी मास्टरमाइंड डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार ही निकला है. इस मामले में शाखा प्रबंधक श्री शर्मा ने पूर्व डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार के अलावा ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ज्ञानचंद कुमार और अरुण कुमार सिंह (सुआ) को भी आरोपी बनाया है.

ऐसे हुआ मामले का खुलासा :

मेदिनीनगर के सुआ गांव के झरी सिंह और राजकौरी देवी ने पिछले दिनों खाते से राशि गायब हो जाने की शिकायत दर्ज करायी थी. बताया गया कि झरी सिंह की पत्नी लकमणी देवी की मौत 12 अगस्त 2020 को हो गयी थी. उसके बाद मृत्यु दावा का सेटेलमेंट पत्र जमा किया गया. जांच के बाद यह पता चला कि लकमणी देवी के खाते से दो बार 30 अप्रैल 2021 को 15 हजार और सात जून को 4100 रुपये की निकासी की गयी है.

इसी तरह राजकौरी देवी के पति धर्मराज सिंह ने भी शिकायत दर्ज करायी कि उनकी पत्नी के खाते से एक लाख 10 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी है. इसके बाद इस शिकायत के आलोक में आंतरिक मुख्य लेखा परीक्षक ने जांच की. जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि ग्राहकों को अंधेरे में रखकर वाउचर से अधिक समय तक का ट्रांजेक्शन किया गया है. बताया गया कि उप महाप्रबंधक प्रशांत कुमार सिंह खाता नंबर व राशि बताते थे और वाउचर से ऑफलाइन मोड में पेमेंट के लिए दस्तावेज मंगाते थे.

ग्राहक सेवा केंद्र के एजेंटों संग मिलकर किया घपला

बैंक के शाखा प्रबंधक रामाशंकर शर्मा ने शहर थाना में दिये गये आवेदन में यह आशंका जतायी है कि पूर्व डिप्टी मैनेजर ने ग्राहक सेवा केंद्र के एजेंटों से मिलकर ऑफलाइन मोड में लाखों की निकासी की होगी. इसलिए इस मामले की गहन जांच जरूरी है. बताते चलें कि मेदिनीनगर के पंजाब नेशनल बैंक से वर्ष 2021 में लॉकर घोटाला हुआ है.

Posted By : Sameer Oraon

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