पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्टूडेंट्स कैसे करेंगे पढ़ाई? छह विभाग में शिक्षक ही नहीं
पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के पोखराहा खुर्द स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज के छह विभाग ऐसे हैं. जहां एक भी शिक्षक नहीं है. जिसके कारण मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र व छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है.
Palamu Medical college News: पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के पोखराहा खुर्द स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज के छह विभाग ऐसे हैं. जहां एक भी शिक्षक नहीं है. जिसके कारण मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र व छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. मेडिकल कॉलेज में दो बैच के विद्यार्थी नामांकन ले चुके हैं. नीट परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो गया है. अब तीसरे बैच के विद्यार्थियों का नामांकन जल्द ही शुरू होगा. काउंसलिंग के बाद मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज में भी बच्चों का दाखिला शुरू हो जायेगा. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मेडिकल कॉलेज में छह विभाग ऐसे हैं जहां शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं हुई. शिक्षकों के अभाव में मेडिकल कॉलेज के छात्र व छात्राओं का पढ़ाई बाधित हो रहा है.
इन विभागों में नहीं हैं एक भी शिक्षक
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माइक्रोबायोलॉजी
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एफएमटी
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सायकेट्री
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रेडियोडायग्नोसी
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रेडियोथैरेपी
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फिजिकल मेडिसिन
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का डिपार्टमेंट ही नहीं
रेडियोथैरेपी जिसमें कैंसर से संबंधित इलाज करने के लिए पढ़ाई की जाती है. दुखद बात यह है कि इसका अभी तक डिपार्टमेंट भी इस मेडिकल कॉलेज में नहीं खुला है. कैंसर जैसी बीमारी को सबसे खतरनाक बीमारी माना जाता है. न जाने इस बीमारी से कितने लोगों की मौत होती है. माइक्रोबायोलॉजी जिसमें सेल्स, टिशू की पढ़ाई की जाती है. शिक्षक नहीं है. वहीं फॉरेंसिक मेडिसिन अर्थात एफएमटी की पढ़ाई के लिए भी शिक्षक नहीं है. जबकि फॉरेंसिक मेडिसिन के तहत लीगल चीजों से जुड़ी पढ़ाई की जाती है. जिसमें इंजयूरी, पोस्टमार्टम, डीएनए और फिंगरप्रिंट जैसे चीजों की पढ़ाई की जाती है. साइकेट्री में भी शिक्षक नहीं है. जिसमें मेंटल केस की पढ़ाई की जाती है. रेडियोडायग्नोसी जिसमें एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, इको, पेट स्कैन, न्यूक्लियर स्कैनिंग के माध्यम से बीमारी का पता लगाया जाता है. आखिर मनुष्य में कौन सी बीमारी है.ऐसे विषयों की पढ़ाई के लिए शिक्षक का नहीं रहना दुखद है.
क्या कहते है प्राचार्य
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ अतुल प्रकाश का कहना है कि यह सही है कि कई विभागों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है. इस मामले में सरकार को पत्र भेजा गया है.पत्र के माध्यम से सारी स्थिति से अवगत करा दिया गया है.
रिपोर्ट : चंद्रशेखर सिंह