नावा बाजार. झारखंड क्रांति मंच ने शुक्रवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. धरना में केंद्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने कहा कि झारखंड में भ्रष्टाचार चरम पर है. प्रखंड सह अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है. यहां बगैर पैसे के आम जनता का काम नहीं होता. जमीन म्यूटेशन, एलपीसी व प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए भी मोटी रकम ली जाती है. कार्यालय में बिचौलिया हावी हैं. गैरमजरूआ जमीन पर भी कब्जा किया जा रहा है. तुकबेरा में रास्ता को बंद कर दिया गया. जबकि करीब 50 वर्षों से दलित परिवार के लोग उस रास्ते का उपयोग कर रहे थे. पंचायत प्रतिनिधियों के निष्क्रियता व सांसद-विधायक की चुप्पी के कारण भ्रष्टाचार बढ़ा है. अबुआ आवास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. वहीं हर घर नल जल योजना दम तोड़ रही है. ऐसी स्थिति में लोगों को एकजुट होकर आंदोलन करने की जरूरत है. केंद्रीय उपाध्यक्ष गिरिजा विश्वकर्मा, रामनरेश राम, केंद्रीय महासचिव सदिक अंसारी, भारतीय बौद्ध महासभा के झारखंड प्रभारी राम प्रसाद बौद्ध, प्रदेश अध्यक्ष रवि पाल, बौद्ध महिला मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुषमा बौद्ध ने कहा कि पुलिस व सिविल प्रशासन की देखरेख में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और सरकार चुप है. अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष संतोष राम ने की. संचालन केंद्रीय संयुक्त सचिव युगल किशोर राम ने किया. धरना के बाद मुख्यमंत्री व डीसी के नाम नौ सूत्री मांग पत्र सौंपा गया.
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