पलामू लोकसभा चुनाव : BJP लगाएगी जीत की हैट्रिक या RJD मारेगी बाजी, जानें पूरा समीकरण
पलामू लोकसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा 6 बार कांग्रेस ने बाजी मारी है. साल 1952 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुए थे.
पलामू : झारखंड का पलामू लोकसभा क्षेत्र ग्रामीण बहुल इलाका है. इस क्षेत्र में 90% ग्रामीण और 10% शहरी जनता रहती हैं. पिछले तीन आम चुनावों पर नजर डालें तो इस सीट पर दो बार बीजेपी और एक बार (जेएमएम) झारखंड मुक्ति मोर्चा का इस सीट पर कब्जा रहा है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता विष्णु दयाल राम इस सीट से सांसद रह चुके हैं. वहीं 2009 के चुनाव में जेएमएम नेता कामेश्वर बैठा ने जीत कर थी.
चौथे चरण में हुए थे चुनाव
बता दें कि, चौथे चरण में संपन्न हुए इस चुनाव में 59.99% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. पलामू लोकसभा की यह सीट इंडिया गठबंधन ने राजद को दी है. जबकि बीजेपी ने अपने पुराने चेहरे पर भरोसा जताया है. जिस कारण यहां पर सीधा मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की उम्मीदवार ममता भुइयां और बीजेपी के मौजूदा सांसद विष्णु दयाल राम के बीच है.
क्या रहा सियासी इतिहास?
अगर इस सीट के इतिहास पर नजर डालें तो सबसे ज्यादा 6 बार कांग्रेस ने बाजी मारी है. साल 1952 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस के गजेंद्र प्रसाद सिन्हा ने जीत दर्ज कर दिल्ली का टिकट कटाया था. उसके बाद 1957 के आम चुनाव में गजेंद्र दोबारा इस सीट से सांसद चुने गए. फिर 1967 और 71 में कांग्रेस की कमला कुमारी इस सीट से सांसद रहीं. लेकिन साल 1962 के चुनाव में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी शशांक मंजरी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1977 में भारत लोक दल के नेता रामधनी राम ने इस सीट से जीत हासिल की थी. उसके 1980 और 1984 के चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस की कमला कुमारी ने इस सीट पर कब्जा जमाया. 1989 में जनता दल के प्रत्याशी जोरावर राम ने जीत हासिल की.
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2019 बीजेपी ने मारी थी बाजी
साल 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. जहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और राजद के बीच था. जबकि कांग्रेस और झामुमो ने अपना कोई भी उम्मीदवार नहीं उतरा था. बीजेपी ने इस चुनाव में विष्णु दयाल राम और आरजेडी ने घुरन राम को चुनावी मैदान में उतारा था. जहां बीजेपी को भारी मतों से जीत मिली थी. बीजेपी प्रत्याशी बीडी राम को 7 लाख 55 हजार 659 वोट मिले थे. तो वहीं, आरजेडी को 2 लाख 78 हजार 53 मिला था. एक तरफ बीजेपी को इस चुनाव कुल 62.46% वोट मिले थे तो दूसरी तरफ आरजेडी को 22.98% मत से संतोष करना पड़ा था. इस लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 18 लाख 81 हजार 441 थी. जबकि 2426 मतदान केंद्र बनाए गए थे. जबकि 64.34 फीसदी लोगों ने वोट डाला था.
2014 में बीजेपी ने लहराया था परचम
वर्ष 2014 के आम चुनाव में इस सीट पर कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. बीजेपी ने इस चुनाव में विष्णु दयाल राम और आरजेडी ने मनोज कुमार को चुनाव मैदान में उतारा था. इस चुनाव में भी बीजेपी को भारी मतों से जीत मिली थी. बीजेपी के खाते में कुल 4 लाख 76 हजार 513 वोट आए थे. तो वहीं आरजेडी को मात्र 2 लाख 12 हजार 571 वोट ही मिले थे. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को कुल 48.76% वोट और आरजेडी को 21.75% वोट मिले थे. 2014 के आम चुनाव में इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 16 लाख 45 हजार 957 थी. और 1932 मतदान केंद्र बनाए गए थे. इस चुनाव में 59.43 फीसदी लोगों ने मतदान किया था.
2009 में जेएमएम नेता कामेश्वर बैठा बने थे विजेता
2009 के आम चुनाव में इस सीट से जेएमएम के कामेश्वर बैठा ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने कुल 1 लाख 67 हजार 995 वोट हासिल किए थे. जबकि दूसरे स्थान पर राजद के घूरन राम थे. उन्हें कुल 1 लाख 44 हजार 457 वोट मिले थे. वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो कामेश्वर बैठा को 22.80% वोट और घूरन राम को 22.18% वोट मिले थे. बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस ने इस चुनाव में अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतरा था.
पलामू में हैं 6 विधानसभाएं और 2 जनपद
पलामू लोकसभा क्षेत्र में 2213 गांव और 12 शहर हैं. इस क्षेत्र में कुल 6 विधानसभाएं हैं. इनमें भावनाथपुर, बिश्रामपुर, छतरपुर, डालटनगंज, गढ़वा और हुसैनाबाद है. इसके अलावा कुल 2 जनपद हैं. इसमें गढ़वा और पलामू जनपद आते हैं.
सामान एवं अन्य वर्ग की संख्या अधिक
इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति की संख्या 25.90 प्रतिशत है. इसके अलावा अनुसूचित जनजाति की संख्या 11.93% है. जबकि सामान्य एवं अन्य वर्ग की संख्या 62.17 फीसदी है.
इनपुट- आशीष श्रीवास्तव