झारखंड: बकोरिया मुठभेड़ कांड की जांच हुई तेज, पलामू पहुंची सीबीआई की टीम, जानें क्या है पूरा मामला
झारखंड में बकोरिया मुठभेड़ कांड की जांच फिर तेज हो गयी है. कल यानी कि गुरूवार को सीबीआई की टीम पलामू पहुंची, बता दें इस बार सीबीआइ की टीम तीन बार बकोरिया का दौरा कर चुकी है. 8 जून 2015 को पलामू के सतबरवा प्रखंड अंतर्गत बकोरिया में कथित मुठभेड़ की घटना हुई थी.
पलामू : बकोरिया मुठभेड़ कांड की जांच एक बार फिर तेज हो गयी है. गुरुवार की दोपहर सीबीआइ अधिकारियों की टीम बकोरिया गांव पहुंची. करीब 10 मिनट तक टीम बकोरिया गांव में रुकी. इसके बाद चली गयी. अब तक सीबीआइ की टीम तीन दफा बकोरिया का दौरा कर चुकी है. बताया गया कि इस टीम में सीबीआइ के संयुक्त निदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी शामिल हैं.
मालूम हो कि 8 जून 2015 को पलामू के सतबरवा प्रखंड अंतर्गत बकोरिया में कथित मुठभेड़ की घटना हुई थी. इस मुठभेड़ में माओवादियों के टॉप कमांडर आरके यादव उर्फ डाॅक्टर समेत 12 लोगों की मौत हुई थी. मारे गये लोगो में चार नाबालिग भी शामिल थे. इस घटना में आरके यादव का बेटा व भतीजा भी मारा गया था. मुठभेड़ में मारे गये पारा शिक्षक के पिता जवाहर यादव इस मामले को लेकर हाइकोर्ट गये थे.
2018 में हाइकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने का आदेश दिया था. उसके बाद इस कथित मुठभेड़ की जांच सीबीआइ कर रही है. बताया जाता है कि बकोरिया मुठभेड़ को लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाने वाले तत्कालीन सतबरवा ओपी प्रभारी अपने बयान से पूरी तरह पलट चुके हैं. बकोरिया मुठभेड़ को लेकर सीबीआइ अब तक 350 से भी अधिक लोगों का बयान कलमबद्ध कर चुकी है. वहीं कई मीडियाकर्मियों से भी पूछताछ की गयी है.
Posted by : Sameer Oraon