शराब व्यवसाय में 40 लाख का हुआ नुकसान, भरपाई के लिए पलामू में PNB के डिप्टी मैनेजर ने लॉकर से गहने किये गायब
पलामू में पंजाब नेशनल बैंक के डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार खुद अपने ही बैंक के लॉकर में रखे गहने पर हाथ साफ कर गये. प्रशांत ने यह कारनामा शराब व्यवसाय में 40 लाख रुपये के नुकसान की भरपाई के लिए किया. पुलिस प्रशांत को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ कर रही है.
Jharkhand Crime News (अजीत मिश्रा, मेदिनीनगर, पलामू) : पलामू के पंजाब नेशनल बैंक के बैंक लॉकर से करोड़ों के गहने गायब मामले में पुलिस ने बैंक के डिप्टी मैनेजर प्रशांत कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने शराब व्यवसाय में 40 लाख रुपये के नुकसान की भरपाई के लिए बैंक लॉकर से गहने उड़ाये.
पुलिसिया अनुसंधान में यह बात उभर कर सामने आयी है कि बैंक के डिप्टी मैनेजर ने ही कुछ लोगों के साथ मिलकर ग्राहकों के बैंक लॉकर को पहले तोड़ा और फिर गहने निकालने के बाद नया लॉक लगा दिया. पूछताछ में पुलिस को कई लॉकरों में छेड़छाड़ की जानकारी डिप्टी मैनेजर ने दी है. इस मामले में बैंक के मैनेजर गंधर्व कुमार से भी पुलिस पूछताछ कर रही है. इस बात की पुष्टि एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने की है.
क्या है मामला
पलामू जिला मुख्यालय, मेदिनीनगर के धर्मशाला रोड स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा, जो अब पंजाब नेशनल बैंक में मर्ज हो गया है, इस बैंक में ग्राहकों के लॉकर से करोड़ों के गहने गायब होने का मामला पिछले दिनों सामने आया था. गत 14 सितंबर, 2021 को चियांकी अनुसंधान क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ अशोक सिन्हा ने अपने लॉकर से गहना गायब होने का मामला शहर थाना में दर्ज कराया था. इसके बाद से अब तक पांच ग्राहकों के लॉकर से जेवर गायब होने की बात सामने आ चुकी है.
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चार ग्राहकों का लॉकर नहीं खुलने पर सोमवार की रात मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने लॉकर को तोड़वाया. लॉकर टूटते ही वहां मौजूद चारों ग्राहक डॉ जय कुमार, शिक्षक रमण किशोर, एनपीयू कर्मी राजीव मुखर्जी और वेद प्रकाश शुक्ला के होश उड़ गये. उनके लॉकर से सोने के सारे जेवरात गायब कर दिये गये हैं. इसके बाद उनकी पत्नियां बैंक में ही रोने-बिलखने लगीं.
डिप्टी मैनेजर प्रशांत ने लॉकडाउन का गलत फायदा उठाया
लॉकडाउन के दौरान बैंक में इक्के-दुक्के ग्राहक आते थे. इसी समय लॉकर को तोड़कर उसमें से गहने उड़ा लिये. डिप्टी मैनेजर गायब गहनों को वह स्वर्ण व्यवसायियों के पास 3 प्रतिशत के ब्याज दर पर गिरवी रखता था और उससे मिले पैसे को वह 5 प्रतिशत ब्याज पर लगाता था. इस मामले में पुलिस ने शहर के कुछ स्वर्ण व्यवसायियों को भी हिरासत में लिया है.
डिप्टी मैनेजर ने पुलिस को बताया है कि शराब के धंधे में उसे 40 लाख का नुकसान हुआ है. इसकी भारपाई के लिए लॉकर से गहने चुराये. एसपी चंदन सिन्हा का कहना है जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा. पुलिस पूरी सक्रियता के साथ इस मामले के उद्भेदन करने में जुटी है.
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इस तरह मामला आया सामने
कृषि वैज्ञानिक डॉ अशोक सिन्हा 10 दिन पहले जब अपना लॉकर खोलने गये, तो उनके पास जो चाभी थी, उससे लॉकर नहीं खुला. बैंक मैनेजर ने लॉकर तोड़वाने के लिए तकनीशियन को बुलाया. जब लॉकर टूटा, तो उसमें सिर्फ चांदी का जेवर था. सोना का सारा गहना गायब था. इस खबर के बाद बैंक में लॉकर रखने वाले ग्राहक आने लगे. कुछ ग्राहकों का लॉकर उनके चाभी से खुल गया, जबकि चार ग्राहकों का लॉकर नहीं खुला.
Posted By : Samir Ranjan.