मेदिनीनगर, सैकत चटर्जी : विजय दशमी के मौके पर पलामू के मेदिनीनगर में महिलाओं के सिंदूर खेला से लाल हुआ बंगीय दुर्गा बाड़ी का प्रांगण. पलामू की एसपी रिश्मा रमेशन अपने पति लातेहार के एसपी अंजनी अंजन के साथ दुर्गा बाड़ी पहुंचीं, तो सब चौंक गए. यहां उन्होंने खुद से मां दुर्गा का वरण किया. महिलाओं के साथ सिंदूर भी खेलीं. बंगीय दुर्गा बाड़ी के विख्यात सिंदूर खेला को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते हैं. महिलाओं ने कैसे सिंदूर खेला, कैसे किया गया मां का वरण, तस्वीरों में देखें.
सबसे पहले बंगाली समुदाय की महिलाओं ने मां दुर्गा को मीठा खिलाकर उनका शृंगार किया. इस वर्ष के लिए मां को विदा किया और उनसे वचन लिया की अगले वर्ष वह फिर आएंगीं. मेदिनीनगर की बंगाली समाज की सभी घरों की सुहागिन महिलाओं ने इस वरण कार्यक्रम में बारी-बारी से भाग लिया.
मां दुर्गे के वरण के बाद सभी सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाया. इस दौरान कोलकाता से आया बाजा भी बजता रहा. एक-दूसरे की मांग में सिंदूर लगाने के बाद सिंदूर उत्सव की शुरुआत की.
पलामू की एसपी रिश्मा रमेशन ने अपने पति लातेहार के एसपी अंजनी अंजन के साथ अचानक दुर्गा बाड़ी पहुंचकर सबको चौंका दिया. उन्होंने बंगाली महिलाओं के साथ मां दुर्गे का वरण किया और सबसे पहले अपने पति को तिलक लगाया.
पलामू की एसपी ने इस मौके पर मौजूद बंगाली महिलाओं के साथ सिंदूर भी. पहले तो महिलाएं उन्हें सिंदूर लगाने में संकोच कर रहीं थीं, लेकिन एसपी ने खुद आगे बढ़कर उनका साथ दिया, तो दूसरी महिलाओं ने भी उन्हें खूब सिंदूर लगाया. एसपी ने इस मौके पर बंगाली की तरह ही शंखा और पोला पहनकर आईं थीं.
सिंदूर खेला के बाद महिलाओं ने ढाक की धुन पर जमकर नृत्य किया. काफी देर तक चले इस नृत्य में पारंपरिक पोशाक पहनी महिलाएं आकर्षण का केंद्र बनी रहीं. इस दौरान लड़कियों ने भी साड़ी पहन रखी थी. नृत्य में उन्होंने चार चांद लगा दिए. कुछ लड़कियां पारंपरिक परिधान में नजर आयीं.
नई-नवेली दुल्हनों के लिए सिंदूर खेला का अनुभव काफी शानदार रहता है. इस मौके पर इन महिलाओं ने खूब तस्वीरें खिचवाईं.