झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा

पलामू सांसद वीडी राम की पहल पर झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2024 8:47 PM

मेदिनीनगर. पलामू सांसद वीडी राम की पहल पर झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन जारी रहेगा. सांसद के निजी सचिव अलख दुबे ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने पहले इस ट्रेन के दो दिसंबर 2024 से 10 जनवरी 2025 तक कोहरे को लेकर बंद करने की घोषणा की थी. सांसद श्री राम ने इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार को पत्र लिखकर एवं व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उक्त ट्रेन का परिचालन जारी रखने का अनुरोध किया था. इस ट्रेन से सर्वाधिक लाभ पलामू संसदीय क्षेत्र के पलामू व गढ़वा जिले के लोगों को मिलता है.पलामू, गढ़वा, लातेहार (झारखंड) एवं सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल हैं. उपरोक्त जिलों के छात्र-छात्राओं, व्यवसायियों एवं मरीजों के आवागमन के साधन को बढ़ाने के बजाय 38 दिनों के लिए कम करना उचित नहीं है. उक्त ट्रेन के परिचालन जारी रहने से यात्रियों को आवागमन सुगम होगी. सांसद ने रेलवे के इस निर्णय के लिए रेल मंत्री व रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष का पलामू संसदीय क्षेत्र की जनता की ओर से धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है.

सांसद ने लोकसभा में उठाया कोयल व अमानत नदी में बियर बनाने का मामला

मेदिनीनगर. पलामू सांसद वीडी राम ने बुधवार को लोकसभा में मेदिनीनगर शहर में पेयजल की समस्या के मामले को उठाया. इस समस्या के निवारण को लेकर कोयल व अमानत नदी में दो-तीन जगहों पर बियर बनाने की मांग रखी. श्री राम ने कहा कि पलामू संसदीय क्षेत्र के मुख्य शहर मेदिनीनगर कोयल एवं अमानत नदी के तट पर बसा हुआ है. दोनों नदियां वहां के लोगों के लिए लाइफ लाइन है, लेकिन दुर्भाग्यवश गर्मी के दिनों में दोनों नदियां बिल्कुल सूख जाती है. मेदिनीनगर शहर का जलस्तर काफी नीचे चला जाता है. इतना ही नही वहां इतनी प्रचंड गर्मी पड़ती है कि जलस्तर नीचे चले जाने से सारे चापाकल एवं डीप बोरिंग बेकार हो जाता हैं. उन्होंने सदन को बताया कि पलामू जिला रैन शेडो एरिया में पड़ता है, जहां पर हर साल पर्याप्त मात्रा में वर्षा नही होती है. उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से मेदिनीनगर शहर का भू-जलस्तर जलस्तर बनाये रखने को लेकर कोयल एवं अमानत नदी में दो-तीन जगहों पर बियर बनाया जाये, ताकि कोयल एवं अमानत नदी में हमेशा पानी उपलब्ध रहे.

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